लोकसभा चुनाव 2019: तिरुवनंतपुरम सीट से शशि थरूर को हराने राज्यपाल पद छोड़ आए कुम्मनम राजशेखरन!
By स्वाति सिंह | Published: March 12, 2019 12:11 PM2019-03-12T12:11:18+5:302019-03-12T12:15:10+5:30
राजशेखरन ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1970 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता के तौर पर की थी। उन्होंने आरएसएस प्रचारक बनने के लिए अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी थी। साल 2015 में राजशेखरन बीजेपी की केरल इकाई के अध्यक्ष बने।
मिजोरम के राज्यपाल के पद से इस्तीफा देने वाले बीजेपी नेता कुम्मनम राजशेखरन मंगलवार को तिरुवनंतपुरम पहुंचे। तिरुअनंतपुरम एयरपोर्ट पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। ऐसी अटकलें है कि केरल के वरिष्ठ बीजेपी नेता तिरुवनंतपुरम से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं।
इस सीट पर अभी कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर का कब्जा है। राजशेखरन और थरूर के अलावा इस सीट पर सीपीआई नेता और पूर्व मंत्री सी दिवाकरन मजबूत प्रत्याशी हैं। यहां त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के निष्ठावान कार्यकर्ता और बीजेपी की प्रदेश इकाई के पूर्व प्रमुख राजशेखरन (65) को केरल में लोकसभा चुनाव में जीत का बेहतर मौका नजर आ रहा है। इस राज्य में बीजेपी अभी तक अपना खाता नहीं खोल पायी है। बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को भी राजशेखरन से काफी उम्मीदें हैं।
हालांकि बीजेपी ने अभी तक उम्मीदवार सूची की घोषणा नहीं की है, लेकिन प्रदेश पार्टी के सूत्रों ने के मुताबिक इसकी काफी संभावना है कि राजशेखरन बहुचर्चित तिरुवनंतपुरम सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। पार्टी राज्य में करीब छह सीटों पर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है और यह सीट भी उनमें से एक है। राजशेखरन को पिछले साल 25 मई 2018 को मिजोरम का राज्यपाल बनाया गया था ।
कौन है कुम्मनम राजशेखरन?
राजशेखरन ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1970 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता के तौर पर की थी। उन्होंने आरएसएस प्रचारक बनने के लिए अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी थी। साल 2015 में राजशेखरन बीजेपी की केरल इकाई के अध्यक्ष बने।
केरल विधानसभा चुनाव 2016 में राजशेखरन तिरुवनंतपुरम की वट्टियूरकावू विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे। हालांकि, तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
लोकसभा चुनाव 2014 के नतीजे
लोकसभा चुनाव 2014 में केरल की तिरुवनंतपुरम सीट से कांग्रेस के दिग्गज शशि थरूर ने जीत हासिल की थी। वह चुनाव में बीजेपी के वरिष्ठ नेता ओ राजगोपाल हराकर इस सीट पर काबिज हुए।