Lokmat Parliamentary Awards 2018: मुरली मनोहर जोशी और शरद पवार को मिला लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड
By मेघना वर्मा | Published: December 13, 2018 07:48 PM2018-12-13T19:48:54+5:302018-12-14T05:53:18+5:30
अवॉर्ड्स के लिए चुने गए सभी सासंदों के चयन का जिम्मा निर्णायक मंडल को सौंपा गया था। इस मौके पर 'लोकमत नेशनल कॉन्क्लेव' का भी आयोजजन हुआ।
लोकमत के दिल्ली संस्करण को एक साल पूरे हो चुके हैं। इस उपलक्ष्य में पुरस्कार वितरण, लोकमत पार्लियामेंन्ट्री अवॉर्ड्स का आयोजन किया गया। लोकमत ग्रुप की ओर से आयोजित इस अवॉर्ड फंक्शन में सांसदों को सम्मानित किया किया गया। लोकमत संसदीय पुरस्कार का यह दूसरा वर्ष है। इसका आयोजन गुरुवार को दिल्ली के जनपथ स्थित डॉ. आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में हुआ। लोकमत की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सभी आठ सांसदों को सम्मानित किया।
1-पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. मुरली मनोहर जोशी को मिला लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड।
2- सांसद निशिकांत दुबे को मिला बेस्ट पार्लियामेंटेरियन अवार्ड।
3- महिला सांसद कानीमोझी को बेस्ट वुमन पार्लियामेंटेरियन अवार्ड से नवाजा गया।
4- सांसद हेमा मालिनी को मिला बेस्ट डेब्यू वुमेन पार्लियामेंटेरियन अवार्ड।
लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड
1- एनसीपी अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार को उनकी राजनीति में योगदान के लिए दिया गया लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड।
2- राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद को भी राजनीति योगदान के लिए मिला बेस्ट पार्लियामेंटेरियन अवार्ड।
3- सांसद रमा देवी को मिला बेस्ट वुमन पार्लियामेंटेरियन अवार्ड।
4- सांसद छाया वर्मा को मिला बेस्ट डेब्यू वुमेन पार्लियामेंटेरियन अवार्ड।
नेशनल कॉन्क्लेव पर नेताओं ने दिए बड़े बयान
इस मौके पर 'लोकमत नेशनल कॉन्क्लेव' का भी आयोजजन हुआ। जिसमें जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस तथा पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने 'राष्ट्रीय राजनीति में क्षेत्रीय दलों की दस्तक' विषय पर अपनी अपनी बातें कही।
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उमर अब्दुल्ला ने पाकिस्तान से रिश्तों पर बात करते हुए कहा कि उमर अब्दुल्ला ने कहा कि इमरान सरकार से दोस्ती की कोई उम्मीद नहीं करनी चाहिए। जब जब हमने दोस्ती की तरफ कदम बढ़ाए हैं हमें धोखा ही मिला है। वहीं विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि लोग मजाक उड़ाते हैं लेकिन पकौड़े बेचना भी एक तरह का रोजगार है।
लोग मज़ाक बनाते हैं लेकिन पकौड़े बेचना भी एक रोजगार है : प्रकाश जावड़ेकर #LokmatParliamentaryAwards#LokmatConclave@PrakashJavdekarpic.twitter.com/iDNvvZSTYp
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राम मंदिर के मसले पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मंदिर की लड़ाई पिछले 700 सालों की है। ये सवाल मंदिर मस्जिद का नहीं है। वहीं अंत में पूर्व वित्त मंत्री पीं चिदंबरम ने स्वीकारा कि बीएसपी कार्यकर्ता चाहते हैं कि मायावती ही अगली प्रधानमंत्री बनें।
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अवॉर्ड्स के लिए चुने गए सभी सासंदों के चयन का जिम्मा निर्णायक मंडल को सौंपा गया था। बता दें कि ज्यूरी में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला, तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत राय, लोकसभा के पूर्व महासचिव डॉ. सुभाष कश्यप, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल, वरिष्ठ पत्रकार व पूर्व सांसद एच.के. दुआ, भाकपा नेता व सांसद डी. राजा, इंडिया टीवी के चेयरमैन व संपादक रजत शर्मा तथा लोकमत एडिटोरियल बोर्ड के चेयरमैन व पूर्व सांसद विजय दर्डा शामिल थे।
वहीं लोकमत के नेशनल एडिटर हरीश गुप्ता ने निर्णायक मंडल के सचिव का जिम्मा संभाला। निर्णायक मंडल के अध्यक्ष डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने जीवन गौरव पुरस्कार के लिए स्वयं के नाम के चयन का विरोध किया, लेकिन निर्णायक मंडल ने इस विरोध को खारिज कर उनका चयन किया।