लोकसभा चुनाव 2019: योगी 72 घंटे और मायावती 48 घंटे तक नहीं कर सकेंगी प्रचार, चुनाव आयोग ने लगाई रोक
By स्वाति सिंह | Published: April 15, 2019 02:51 PM2019-04-15T14:51:29+5:302019-04-15T15:09:08+5:30
लोकसभा चुनाव 2019: इससे पहले चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री एवं बसपा प्रमुख मायावती को चुनाव अभियान के दौरान आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में नोटिस जारी कर जवाब तलब किया।
लोकसभा चुनाव 2019 में चुनाव प्रचार में बयानबाजी को लेकर यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और मायावती पर चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई की है। आयोग ने सीएम योगी के 72 और मायावती के 48 घंटों तक चुनाव प्रचार पर रोक लगाई है। चुनाव आयोग का यह आदेश मंगलवार सुबह 6 बजे से लागू होगा। कल आगरा में मायावती की रैली होनी थी।
इससे पहले चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री एवं बसपा प्रमुख मायावती को चुनाव अभियान के दौरान आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में नोटिस जारी कर जवाब तलब किया। उपचुनाव आयुक्त संदीप सक्सेना ने बृहस्पतिवार को बताया कि योगी को मौजूदा चुनाव प्रक्रिया के दौरान आचार संहिता के उल्लंघन का दूसरा नोटिस जारी किया गया था।
Election Commission bans UP CM Yogi Adityanath and BSP chief Mayawati from election campaigning for 72 hours & 48 hours respectively, starting from 6 am tomorrow, for violating Model Code of Conduct by making objectionable statements in their speeches. #LokSabhaElections2019pic.twitter.com/j1cYzMY8Mr
— ANI UP (@ANINewsUP) April 15, 2019
योगी ने लोकसभा चुनावों की तुलना इस्लाम में अहम शख्सियत ‘अली’ और हिंदू देवता ‘बजरंगबली’ के बीच मुकाबले से की थी।
भाजपा नेता ने कहा था, 'अगर कांग्रेस, सपा, बसपा को अली पर विश्वास है तो हमें भी बजरंग बली पर विश्वास है।' योगी ने देवबंद में बसपा प्रमुख मायावती के उस भाषण की तरफ इशारा करते हुए यह टिप्पणी की थी जिसमें मायावती ने मुस्लिमों से सपा-बसपा गठबंधन को वोट देने की अपील की थी। इसके बाद योगी के बयान पर पलटवार करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा , ''हमारे अली और बजरंगबली दोनों हैं। 'बजरंगबली इसलिए चाहिए क्योंकि ये हमारी दलित जाति से जुड़े हैं। इनकी जाति की खोज मैंने नहीं की है, खुद यूपी सीएम ने की है।'' मायावती ने यह भी कहा कि 'नमो था नमो' वाले जा रहे हैं और 'जय भीम' वाले आ रहे हैं।