लोकसभा चुनावः बीजेपी के लिए बढ़ रही हैं चुनौतियां, अब भाजपा के बागी पूर्व मंत्री राजकुमार रिणवा भी आए कांग्रेस में...
By प्रदीप द्विवेदी | Published: April 19, 2019 06:07 AM2019-04-19T06:07:54+5:302019-04-19T06:07:54+5:30
ज्यों-ज्यों लोस चुनाव के लिए मतदान की तारीख करीब आ रही है, त्यों-त्यों बीजेपी के बागी, कांग्रेस का हाथ थामते जा रहे हैं. वसुंधरा राजे सरकार में देवस्थान मंत्री रहे राजकुमार रिणवा
ज्यों-ज्यों लोस चुनाव के लिए मतदान की तारीख करीब आ रही है, त्यों-त्यों बीजेपी के बागी, कांग्रेस का हाथ थामते जा रहे हैं.वसुंधरा राजे सरकार में देवस्थान मंत्री रहे राजकुमार रिणवा, चुरू में आयोजित कांग्रेस की सभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित प्रमुख नेताओं की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हो गए.
हालांकि, रिणवा ने इसे घर वापसी इसलिए करार दिया है कि उनकी सियासी शुरूआत कांग्रेस से ही हुई थी. रतनगढ़ से तीन बार विधायक रहे राजकुमार रिणवा का पिछले विस चुनाव 2018 में बीजेपी ने टिकट काट दिया था. वे निर्दलीय चुनाव लड़े, लेकिन जीत नहीं पाए.
पूर्व मंत्री रिणवा का प्रेस को कहना था कि- भाजपा को अहंकार हो गया है, जबकि कांग्रेस मेरा स्वागत कर रही है. बीजेपी के लिए मैंने 15 साल काम किया, बंगाल में जाकर भी पार्टी के लिए काम किया, मैं 26 हजार वोटों से जीता हुआ था, परन्तु बिना कारण बताए, विस चुनाव में मेरा टिकट काटा दिया गया. रतनगढ़ विस चुनाव में राजकुमार रिणवा को 18789 वोट मिले थे और वे चौथे नंबर पर रहे थे.
याद रहे, इस एक माह में ही बीजेपी के प्रमुख नेता रहे पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी, सुरेन्द्र गोयल, जयपुर महापौर विष्णु लाटा, जिला प्रमुख मूलचन्द्र मीणा सहित आधा दर्जन से ज्यादा नेताओं ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है.
जाहिर है, राजस्थान में बीजेपी के लिए लगातार चुनौतियां बढ़ रही हैं, जिनका असर लोस चुनाव के नतीजों पर नजर आएगा