Lok Sabha Election Results 2024: नरेंद्र मोदी का करिश्मा फेल रहा झारखंड की पांच आदिवासी लोकसभा सीटों पर, भाजपा को मिली करारी शिकस्त
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: June 5, 2024 07:16 IST2024-06-05T07:01:38+5:302024-06-05T07:16:42+5:30
पिछले तीन लोकसभा चुनावों में झारखंड में दबदबा रखने वाली बीजेपी को राज्य की पांच आदिवासी सीटों- खूंटी, सिंहभूम, लोहरदगा, राजमहल और दुमका में बड़ा भारी झटका लगा।

फाइल फोटो
रांची: पिछले तीन लोकसभा चुनावों में झारखंड में दबदबा रखने वाली बीजेपी को मंगलवार को राज्य की पांच आदिवासी सीटों- खूंटी, सिंहभूम, लोहरदगा, राजमहल और दुमका में बड़ा भारी झटका लगा है।
राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेतृत्व वाले गठबंधन ने विशेष रूप से सिंहभूम, राजमहल और दुमका में अच्छा प्रदर्शन करते हुए सभी पांच सीटों पर जीत हासिल की।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार भाजपा के चुनानी अभियान में भ्रष्टाचार पर ध्यान केंद्रित करने के बावजूद, जिसमें झारखंड के पूर्व सीएम और जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन पर ईडी और सीबीआई के छापे और राज्य के कानून व्यवस्था को लेकर तमाम मुद्दे शामिल रहे, लेकिन बावजूद उसके भाजपा सोरेन के खिलाफ कथितआरोपों को लेकर आदिवासी समाज में कोई खास करंट नहीं पैदा कर सकी।
कांग्रेस ने खूंटी और लोहरदगा लोकसभा क्षेत्रों में जीत हासिल की। चुनाव आयोग के अनुसार खूंटी में केंद्रीय मंत्री और मौजूदा सांसद अर्जुन मुंडा को करारी हार का सामना करना पड़ा, मुंडा कांग्रेस प्रत्याशी कालीचरण मुंडा से 1.49 लाख वोटों से हार गए।
इसी तरह लोहरदगा में कांग्रेस के सुखदेव भगत ने बीजेपी के समीर ओरांव को 1.39 लाख वोटों से हराया।
वहीं सिंहभूम में झारखंज मुक्ति मोर्चा की जोबा माझी ने 1.68 लाख वोटों के बड़े अंतर से जीत हासिल की। उन्होंने भाजपा की गीता कोड़ा को हराया, जो झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी हैं, जो लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुई थीं।
राजमहल में जेएमएम के विजय हंसदक ने बीजेपी के ताला मरांडी को 1.78 लाख वोटों से हराया। दुमका में झामुमो के नलिन सोरेन ने करीबी मुकाबले में भाजपा की सीता सोरेन को 22,527 मतों से हराया।
तीन बार की झामुमो विधायक सीता चुनाव से कुछ समय पहले भाजपा में शामिल हो गई थीं, जिससे पार्टी कार्यकर्ताओं में असंतोष फैल गया था। भाजपा ने शुरुआत में मौजूदा सांसद सुनील सोरेन को अपना उम्मीदवार घोषित किया था, लेकिन बाद में उनकी जगह सीता सोरेन को उम्मीदवार बनाया गया।
2019 में, भाजपा ने खूंटी और लोहरदगा सीटें जीती थीं, जबकि सिंहभूम कांग्रेस, दुमका भाजपा और राजमहल झामुमो ने जीती थी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और जेल में बंद झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन सहित इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने एक जोरदार अभियान का नेतृत्व किया, जिन्हें झामुमो को पुनर्जीवित करने का श्रेय दिया जाता है।
सिंहभूम, खूंटी और लोहरदगा में 13 मई को चुनाव हुए थे, जबकि दुमका और राजमहल में 1 जून को मतदान हुआ था। राज्य की 14 लोकसभा सीटों में से छह एससी और एसटी उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं। विपक्षी भारत गुट ने पीड़ित कार्ड खेलने के लिए आदिवासी समुदाय के सदस्य, पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी का फायदा उठाया।
अंदरूनी सूत्रों के अनुसार भाजपा के भीतर की अंदरूनी कलह ने भी उसके खराब प्रदर्शन को बढ़ावा दिया। 2019 में एनडीए ने राज्य की 14 में से 12 सीटें जीतीं, कांग्रेस और जेएमएम ने एक-एक सीट हासिल की।
झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने आदिवासी सीटों पर इंडिया ब्लॉक की सफलता का श्रेय जनता के भारी समर्थन को दिया। उन्होंने कहा, "जिस तरह से आपने झूठे आरोपों और प्रचार के बावजूद गठबंधन उम्मीदवारों का समर्थन किया है, वह हमारे लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने (भाजपा) हमारी आवाज को दबाने की कोशिश की लेकिन असफल रहे।"