लोकसभा चुनाव 2019: कांग्रेस पर गठबंधन को लेकर दबाव बना रहे दो आदिवासी संगठन, इन सीटों पर समझौता करना चाहता है जयस-गोंगपा
By राजेंद्र पाराशर | Published: March 13, 2019 05:10 AM2019-03-13T05:10:53+5:302019-03-13T05:10:53+5:30
मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही कांग्रेस पर आदिवासियों का नेतृत्व करने वाले दलों ने गठबंधन को लेकर दबाव बनाना शुरू कर दिया है.
मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही कांग्रेस पर आदिवासियों का नेतृत्व करने वाले दलों ने गठबंधन को लेकर दबाव बनाना शुरू कर दिया है. जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन (जयस) ने तीन और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (गोंगपा) ने एक संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस से समझौते के तहत प्रत्याशी उतारने के लिए दबाव बनाया है.
राज्य में लोकसभा चुनाव के लिए आदिवासियों का नेतृत्व करने वाले दलों ने सक्रियता दिखानी शुरु कर दी है. मालवा अंचल के भील आदिवासियों का युवा संगठन जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दीपक बावरिया और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से सीधी चर्चा की है.
जयस के पदाधिकारियों ने तीन सीटों पर समझौते के तहत प्रत्याशी उतारने की बात कही है. हालांकि अभी उन्हें संतोषजनक जवाब कांग्रेस की ओर से नहीं मिला है. जयस का नेतृत्व कांग्रेस विधायक और जयस के संरक्षक डा. हीरालाल अलावा कर रहे हैं. जयस की ओर से मालवा अंचल की दो सीटों धार और खरगोन एवं महाकौशल के मंडला संसदीय क्षेत्र से समझौता कर प्रत्याशी उतारने का प्रस्ताव दिया गया है.
जयस तीनों स्थानों पर अपने प्रत्याशी उतारने की घोषणा भी कर चुका है. जयस के पदाधिकारियों ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से चर्चा कर तीनों सीटों पर उनसे जुड़े लोगों को प्रत्याशी बनाने की मांग की है.
गोंगपा ने मंडला में मांगा साथ
विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर मैदान में उतरी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को इस बार सपा ने दूर कर दिया है. इसके बाद से गोंगपा द्वारा कांग्रेस नेताओं से लगातार संपर्क कर गठबंधन के तहत प्रत्याशी उतारने की चर्चा की जा रही है. गोंगपा इस बार केवल एक स्थान मंडला से अपना प्रत्याशी समझौते के तहत उतराना चाहती है. इसके लिए गोंगपा द्वारा मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से सीधी चर्चा हुई है. इस चर्चा के बाद से गोंगपा आश्वस्त है कि मंडला में कांग्रेस गोंगपा के साथ समझौता कर ले. मगर कांग्रेस के सामने मुसीबत यह है कि वह मंडला में किसे साथ लें. जयस नेता भी मंडला से अपना प्रत्याशी मैदान में उतारना चाहते हैं. गोंगपा ने मंडला से अपने प्रत्याशी के रुप में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरासिंह मरकाम का नाम भी दे दिया है. यहां उल्लेखनीय है कि आदिवासियों के लिए आरक्षित इस सीट पर गोंगपा का अपना प्रभाव है. इसके चलते गोंगपा कांग्रेस पर दबाव बनाकर यहां से मैदान में उतरना चाह रही है. गोंगपा के श्याम सिंह मरकाम का कहना है कि कांग्रेस से हमारी चर्चा चल रही है. समय रहते जवाब नहीं मिला तो हम अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने हमें आश्वस्त किया है कि इस संबंध में दिल्ली में लगातार चर्चा चल रही है, जल्द ही फैसला होगा.