लोकसभा चुनाव 2019: जम्मू कश्मीर में उमर अब्दुला समेत ये नेता लगा चुके हैं जीत की हैट्रिक
By सुरेश डुग्गर | Published: March 25, 2019 09:40 AM2019-03-25T09:40:48+5:302019-03-25T09:40:48+5:30
जम्मू कश्मीर में 6 लोकसभा सीटों पर चुनाव होने हैं। जम्मू-कश्मीर में 6 नेता संसदीय चुनावों में हैट्रिक बना चुके हैं. उमर अब्दुल्ला ने पहला संसदीय चुनाव 1998 में लड़ा था
साल 2004 में पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पहले ऐसे युवा नेकांई बने थे जिन्होंने संसदीय चुनाव में हैट्रिक बनाई थी. ऐसा करने वाले वह अब्दुल्ला खानदान के पहले सदस्य भी थे. जम्मू-कश्मीर में 6 अन्य नेता भी संसदीय चुनावों में हैट्रिक बना चुके हैं.
उमर अब्दुल्ला ने पहला संसदीय चुनाव 1998 में लड़ा था. उन्होंने श्रीनगर की खानदानी सीट से किस्मत आजमाई थी. फिर जब 1999 के चुनाव में पुन: इसी संसदीय क्षेत्र से मैदान में उतरे थे तो कहा जाने लगा था कि वे शायद ही जीत पाएं.
उमर श्रीनगर से तीसरी बार बने थे सांसद
मगर उमर ने इस मिथ्य को तोड़ डाला. वर्ष 2004 में न सिर्फ वे श्रीनगर संसदीय क्षेत्र से तीसरी बार चुनाव जीते बल्कि वे पहले युवा नेकांई भी बने जिन्होंने इतनी कम उम्र में ही संसदीय चुनाव में हैट्रिक बनाई थी. हालांकि इससे पहले नेकां के ही सैफुद्दीन सोज बारामुला से हैट्रिक बना चुके हैं लेकिन नियमित चुनावों में नहीं. हैट्रिक बनाने वाले नेताओं में डॉ. कर्ण सिंह, चमन लाल गुप्ता, मुहम्मद शफी कुरैशी , सैफुद्दीन सोज तथा पी. नामग्याल भी शामिल हैं.
उधमपुर से दो राजनीतिज्ञों ने बनाया था हैट्रिक
उधमपुर संसदीय क्षेत्र ने जहां दो राजनीतिज्ञों को हैट्रिक बनाने का अवसर प्रदान किया वहीं जम्मू संसदीय क्षेत्र ने ऐसा मौका आज तक किसी को नहीं दिया है. जबकि बारामुला, श्रीनगर, लद्दाख तथा अनंतनाग से एक-एक राजनीतिज्ञ ऐसा रिकार्ड बना चुका है. उधमपुर संसदीय क्षेत्र ने कर्ण सिंह और चमन लाल गुप्ता को यह अवसर प्रदान किया. लद्दाख से पी. नामग्याल, अनंतनाग से मुहम्मद शफी कुरैशी, बारामुला से सैफुद्दीन सोज तथा श्रीनगर से उमर हैट्रिक बनाने में कामयाब रहे हैं.