लोकसभा चुनाव 2019: मतदान में भी आगे रहा है राजस्थान का सबसे उपजाऊ इलाका गंगानगर
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: April 13, 2019 07:16 AM2019-04-13T07:16:41+5:302019-04-13T07:16:41+5:30
गंगानगर लोकसभा क्षेत्र में गंगानगर जिले के 5 विधानसभा क्षेत्र गंगानगर, सादुलशहर, करणपुर, सूरतगढ़ और रायसिंहनगर के साथ-साथ पड़ोसी हनुमानगढ़ जिले के संगरिया, हनुमानगढ़ व पीलीबंगा विधानसभा क्षेत्र आते हैं.
राजस्थान का ‘धान का कटोरा’ कहे जाने वाले गंगानगर के मतदाता वोटिंग में भी आगे रहे हैं. चाहे वह पिछला लोकसभा चुनाव रहा हो या हालिया विधानसभा चुनाव, यहां के मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर मतदान किया. 2014 के पिछले लोकसभा चुनाव में राज्य में सबसे अधिक 73.17% मतदान इसी सीट के लिए हुआ था.
गंगानगर लोकसभा क्षेत्र में गंगानगर जिले के 5 विधानसभा क्षेत्र गंगानगर, सादुलशहर, करणपुर, सूरतगढ़ और रायसिंहनगर के साथ-साथ पड़ोसी हनुमानगढ़ जिले के संगरिया, हनुमानगढ़ व पीलीबंगा विधानसभा क्षेत्र आते हैं. हाल ही में, दिसंबर-2018 के विधानसभा चुनाव के आंकड़ों को देखा जाए तो जिलेवार हनुमानगढ़ में 82.40% व गंगानगर में 81.28% रिकार्ड मतदान हुआ.
किसान बहुल इस लोकसभा क्षेत्र में इस बार कांग्रेस ने जहां पूर्व सांसद भरत राम मेघवाल को उतारा है तो वहीं भाजपा की ओर से मौजूदा सांसद निहालचंद मैदान में हैं और इलाके में कोई बड़ा चुनावी मुद्दा नजर नहीं आ रहा है. 2009 के लोकसभा चुनाव में भरत राम मेघवाल ने निहालचंद को 1.40 लाख से अधिक मतों से हराया. लेकिन 2014 के चुनाव में निहालचंद ने कांग्रेस के मास्टर भंवर लाल मेघवाल को 2.91 लाख से अधिक मतों से हराकर अपना चौथा संसदीय चुनाव जीता.
अगर लोकसभा क्षेत्र की विधानसभा सीटों को देखें तो 8 में से 4 भाजपा व 2 कांग्रेस के पास है. वहीं गंगानगर सीट से कांग्रेस से बागी होकर चुनाव लड़े राजकुमार गौड़ ने हाल ही में राज्य के 12 अन्य निर्दलीय विधायकों के साथ अशोक गहलोत सरकार को समर्थन देने की घोषणा की. गंगानगर भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित है. इसके अलावा इस लोकसभा क्षेत्र की सीमा पंजाब व हरियाणा से भी लगती है. यहां सिख मतदाताओं की संख्या भी अच्छी खासी है. लेकिन इस बार ऊपरी तौर पर कोई मुद्दा नजर नहीं आ रहा.
वरिष्ठ पत्रकार मंगेश कौशिक के अनुसार, ‘मुद्दा तो कोई नजर नहीं आ रहा है. भाजपा मोदी फैक्टर के सहारे है.’ तो वहीं कांग्रेस अपनी न्याय ‘न्यूनतम आय योजना’ के साथ यही प्रचार कर रही है कि मोदी राज में लोकतंत्र व संविधान खतरे में है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को गंगानगर में जनसभा की. उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘हमारे घोषणापत्र में जो ‘न्याय’ योजना है वह पूरा गेम चेंज करेगी. भाजपा शासन में लोकतंत्र और संविधान को खतरा है.’’
वहीं भाजपा के जिलाध्यक्ष हरिसिंह कामरा का मानना है कि माहौल पूरी तरह पार्टी के पक्ष में है. पार्टी मोदी सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों के साथ-साथ पूर्ववर्ती वसुधंरा राजे सरकार के कार्यों को लेकर मैदान में उतरी है. अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित गंगानगर सीट पर मतदान 6 मई होगा.