अपने-अपने राज्यों के बजाय इस सीट से लोकसभा चुनाव 2019 लड़ना चाहते हैं राज बब्बर और अजहरुद्दीन
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: January 7, 2019 07:35 AM2019-01-07T07:35:22+5:302019-01-07T07:35:22+5:30
वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को उम्मीद है कि अब जब चुनावों में कुछ ही महीने बाकी रह गए हैं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मुंबई में हो रही गुटबाजी को खत्म करने के लिए जरूरी कदम उठाएंगे.
आगामी लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने की रणनीति बनाने में जुटी कांग्रेस के सामने उसके ही नेता असमंजस की स्थिति पैदा कर रहे हैं. दरअसल, अभिनेता और उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर और पूर्व क्रि केटर और तेलंगाना कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष मोहम्मद अजहरुद्दीन ने आगामी लोकसभा चुनाव मुंबई से लड़ने की इच्छा जताई है.
बब्बर ने 2009 में आगरा से जीत हासिल कर लोकसभा में कदम रखा था, लेकिन 2014 में पूर्व सेना प्रमुख वी.के. सिंह ने उन्हें हरा दिया था. इस बात से सभी हैरान हैं कि कांग्रेस के दो राज्यों के अध्यक्ष अपने-अपने राज्यों से लड़ने के बजाय मुंबई से लड़ना चाहते हैं. वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को उम्मीद है कि अब जब चुनावों में कुछ ही महीने बाकी रह गए हैं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मुंबई में हो रही गुटबाजी को खत्म करने के लिए जरूरी कदम उठाएंगे.
संजय निरूपम के मुंबई अध्यक्ष बनने के बाद मिलिंद देवड़ा, कृपा शंकर सिंह और नसीम खान ने राहुल से उन्हें हटाने का अनुरोध किया था, लेकिन एक और धड़ा है जो इसके खिलाफ है. कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि पहले राहुल को एक-दूसरे के खिलाफ खड़े धड़ों को संभालना चाहिए. उसके बाद भाजपा को हराने के बारे में सोचना चाहिए.
निरूपम ने इस बात की पुष्टि की है कि बब्बर और अजहर ने मुंबई से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है. उन्होंने कहा कि अजहर ने उनसे इस बारे में बात की है. इस बारे में फैसला कांग्रेस नेतृत्व को करना है. बता दें कि निरूपम को उत्तर मुंबई में भाजपा के गोपाल शेट्टी ने भारी अंतर से हरा दिया था.
माना जा रहा है कि निरूपम उत्तर-पश्चिम मुंबई से चुनाव लड़ सकते हैं, जहां से स्वर्गीय गुरु दास कामत लंबे समय से लड़ते रहे थे. 2014 में कामत को शिवसेना के गजानन कीर्तिकार के हाथों हार झेलनी पड़ी थी.