लोकसभा चुनाव 2019 में ये 4 नायक और एक खलनायक आजमा रहे हैं अपनी किस्मत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 18, 2019 08:26 PM2019-04-18T20:26:50+5:302019-04-18T20:34:27+5:30
लोकसभा चुनाव 2019 की घोषणा होने के साथ ही फिल्मी सितारों के राजनीतिक पार्टियों में एंट्री की रफ्तार तेज हो गयी। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने अभिनेताओं को टिकट दिया है।
लोकसभा चुनाव को लोकतंत्र का महापर्व कहा जाता है। इस पर्व में फिल्मी सितारों समेत हर खासो-आम का शामिल होना लाजिमी है। लेकिन कई एक्टर ऐसे भी हैं जो अभिनेता के साथ नेता भी बन चुके हैं।
ऐसे कई अभिनेता-नेता लोकसभा चुनाव 2019 में चुनावी अखाड़े में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। आइए नजर डालते हैं उन पाँच सितारों पर जो सुर्खियों में रहे हैं-
शत्रुघ्न सिन्हा, कांग्रेस
मौजूदा चुनाव में जिस फिल्म स्टार कम नेता को सबसे ज्यादा चर्चा मिली है वो हैं बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा। कभी बीजेपी के स्टार प्रचारक रहे शत्रुघ्न सिन्हा ने 2014 का लोकसभा चुनाव बिहार के पटनासाहिब लोकसभा सीट से जीता था।
हालाँकि सिन्हा पिछले पांच सालों में नरेंद्र मोदी सरकार के सबसे बड़े आलोचकों में शुमार किए जाने लगे। सिन्हा के बीजेपी से मोहभंग की परिणिती तब हुई जब वो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेसी हो गए।
कांग्रेस ने आनन-फानन सिन्हा को पटनासाहिब से ही लोकसभा चुनाव का टिकट दे दिया। सिन्हा का मुकाबला मोदी सरकार में कानून मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद से होगा।
शायद बीजेपी के जले पर नमक छिड़कने के लिए ही कांग्रेस ने न केवल शत्रु को टिकट दिया बल्कि उनकी पत्नी पूनम सिन्हा को भी लखनऊ लोकसभा सीट से प्रत्यासी बना दिया।
पूनम सिन्हा लखनऊ में वरिष्ठ बीजेपी नेता और मोदी सरकार में गृह मंत्री राजनाथ सिंह को टक्कर देंगी।
राज बब्बर, कांग्रेस
फिल्म इंडस्ट्री से जो दूसरा बड़ा नाम इस चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहा है, वो हैं यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर।
राज बब्बर को कांग्रेस ने यूपी की फतेहपुर सीकरी सीट से टिकट दिया है। फतेहपुर सीकरी से बीजेपी ने राज कुमार चहर को टिकट दिया है। वहीं सपा-बसपा-रालोद गठबंधन ने बसपा नेता श्रीभगवान शर्मा को उम्मीदवार बनाया है।
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में राज बब्बर ने यूपी की गाजियाबाद सीट से बीजेपी के वीके सिंह को चुनौती दी थी लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
राज बब्बर ने साल 2009 के लोकसभा चुनाव में भी फतेहपुर सीकरी सीट पर किस्मत आजमाई थी लेकिन उन्हें बसपा उम्मीदवार के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। हालाँकि साल 2009 में फिरोजबाद लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में राज बब्बर को जीत मिली थी।
रवि किशन, बीजेपी
हिन्दी और भोजपुरी फिल्मों में अपना मकाम बना चुके अभिनेता रवि किशन नेता इस इलेक्शन में बीजेपी के उम्मीदवार के तौर पर गोरखपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
गोरखपुर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की घरेलू सीट मानी जाती है। आदित्यनाथ इस सीट से पांच बार सांसद रहे हैं। उनके गुरु अवैद्यनाथ भी इस सीट से चार बार सांसद रहे हैं।
गोरखपुर सीट पर 1991 से लगातार बीजेपी जीतती आ रही थी लेकिन उसका विजय रथ 2017 में हुए लोकसभा उपचुनाव में तब रुक गया जब बसपा समर्थिक सपा प्रत्याशी प्रवीण कुमार निषाद ने बीजेपी उम्मीदवार उपेंद्र शुक्ल को हरा दिया था।
इस राजनीतिक माया की कहें कि 2019 का चुनाव आते-आते गोरखपुर का समीकरण पूरी तरह बदल गया। बीजेपी के उम्मीदवार को हराने वाले निषाद खुद भाजपा में शामिल हो गए और उन्हें गोरखपुर की पड़ोसी सीट संत कबीर नगर से टिकट भी मिल गया।
वहीं गोरखपुर सीट से बीजेपी ने रवि किशन को उम्मीदवार बना दिया जो 2014 के लोकसभा चुनाव में यूपी के जौनपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर बीजेपी के कृष्ण प्रताप के हाथों हार गये थे।
इस आम चुनाव में रवि किशन का मुकाबला सपा के राम भुअल निषाद से होगा।
प्रकाश राज, निर्दलीय
हिन्दी और कन्नड़ फिल्मों के लोकप्रिय खलनायक प्रकाश राज कर्नाटक की राजनीति के चर्चित नाम बन चुके हैं। प्रकाश राज मौजूदा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर बैंगलोर सेंट्रल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
प्रकाश राज ट्विटर और मीडिया में लगातार दक्षिणपंथी राजनीति और राजनेताओं की आलोचना करते रहे हैं। हालाँकि वो कांग्रेस या सीपीएम के साथ भी नहीं गए। प्रकाश राज का मुकाबला बीजेपी के पीसी मोहन और कांग्रेस के रिजवान अरशद से होगा।
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी के पीसी मोहन ने कांग्रेस के रिजवान अरशद को करीब डेढ़ लाख वोटों से हराया था। 2009 के लोकसभा चुनाव में भी इस सीट से बीजेपी के पीसी मोहन ने कांग्रेस उम्मीदवार एचटी सांगलियाना को करीब 35 हजा वोटों से हराकर चुनाव जीता था।
दिनेश लाल यादव निरहुआ, बीजेपी
इस चुनाव में बीजेपी ने जिन नए सितारों को टिकट दिया है उनमें एक चर्चित नाम निरहुआ के नाम से प्रसिद्ध भोजपुरी अभिनेता और गायक दिनेश लाल यादव भी हैं।
निरहुआ के नाम की चर्चा केवल इसलिए नहीं हो रही कि उन्हें राजनीति में कदम रखते ही बीजेपी ने लोकसभा का टिकट दे दिया है। निरहुआ को जिस सीट से और जिस नेता के खिलाफ टिकट मिला है वो चर्चा का बड़ा विषय है।
बीजेपी ने निरहुआ को यूपी की आजमगढ़ लोकसभा सीट से टिकट दिया है। निरहुआ का मुकाबला सपा अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से होगा। बसपा और रालोद के समर्थन के साथ लड़ रहे अखिलेश का दावा इस सीट पर बेहद मजबूत माना जा रहा है।
आजमगढ़ सीट से साल 2014 में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने बीजेपी के रमाकांत यादव को हराकर जीत हासिल की थी। मुलायम सिंह यादव इस बार मैनपुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
जाहिर है बीजेपी ने निरहुआ के कंधों पर बड़ा जुआ खेला है। लेकिन उसका दाँव कितना कारगर होगा यह तो 23 मई को पता चलेगा जब चुनाव के नतीजे आएंगे।