राजस्थान में क्लीन स्वीप का सपना देख रही कांग्रेस, पार्टी के इन पांच दिग्गजों की किस्मत का 29 अप्रैल को होगा फैसला
By रामदीप मिश्रा | Published: April 17, 2019 11:49 AM2019-04-17T11:49:46+5:302019-04-17T12:10:48+5:30
राजस्थान लोकसभा चुनावः 29 अप्रैल को होने वाली पहले चरण की वोटिंग में टोंक-सवाईमाधोपुर, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालौर, उदयपुर, बासंवाड़ा, चितौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़-बारां सीट शामिल है। पहले चरण की अधिसूचना 2 अप्रैल को जारी की गई थी।
राजस्थान में लोकसभा की सभी सीटों पर कांग्रेस विजय पताका फहराने का लक्ष्य लेकर चल रही है, जिसे हासिल करने के लिए उसने हर कोशिश कर रखी है लेकिन ऐसा मुमकिन होता दिखाई नहीं दे रहा है। सूबे में दो चरणों में लोकसभा चुनाव होने हैं और पहले चरण में 13 सीटों पर 29 अप्रैल को वोटिंग करवाई जाएगी। इस चरण में कांग्रेस के पांच दिग्गज नेताओं की किस्मत दांव पर लगी हुई है, जो चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक रहे हैं। आइए जानते हैं कौन हैं वो पार्टी के दिग्गज नेता और कौन दे रहा उन्हें टक्कर...
वैभव गहलोत
जोधपुर लोकसभा सीट पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत मैदान में हैं। वहीं, यहां से केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सांसद हैं। बीजेपी ने इस बार भी गजेंद्र सिंह शेखावत पर ही दांव आजमाया है। बताया जाता है इस सीट पर राजपूतों का दबदबा रहा है। साल 2014 के चुनाव में जोधपुर लोकसभा सीट पर गजेन्द्र सिंह शेखावत को 7 लाख, 13 हजार, 515 वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस की उम्मीदवार चंद्रेश कुमारी को 3 लाख, 34 हजार, 64 वोट मिले थे और बीजेपी ने उन्हें 4 लाख, 10 हजार, 51 वोटों के अंतर से हराया था।
मानवेंद्र सिंह
बाड़मेर लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने बीजेपी के संस्थापक सदस्य रहे पूर्व केन्द्रीय मंत्री जसवंत सिंह के बेटे मानवेंद्र सिंह को टिकट दिया है। अब उनकी टक्कर बीजेपी के कैलाश चौधरी से होगी। बीजेपी ने इस बार यहां से अपना प्रत्याशी बदला है। पिछले बार उसने कर्नल सोनाराम को टिकट दिया था और उन्होंने जीत हासिल की थी। कर्नल सोनाराम को 4 लाख, 88 हजार, 747 वोट मिले थे, जबकि निर्दलीय उम्मीदवार जसवंत दूसरे नंबर पर रहे थे। उन्हें 4 लाख, 1 हजार, 286 वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही थी और उसके उम्मीदवार हरीश चौधरी को 2 लाख, 20 हजार 881 वोट मिले थे।
नमो नारायण मीणा
टोंक-सवाईमाधोपुर सीट पर कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बदल दिया है और अपने दिग्गज नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री नमो नारायण मीणा को टिकट दिया है। वहीं, बीजेपी ने अपने मौजूदा सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया पर ही भरोसा जताया है। इस बार दोनों के बीच दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा। साल 2014 के चुनाव में सुखबीर सिंह जौनपुरिया ने कांग्रेस के उम्मीदवार मोहम्मद अजहरुद्दीन को 1 लाख, 35 हजार, 311 मतों से हराया था।
प्रमोद शर्मा
कांग्रेस ने लोकसभा 2019 में बड़ा दांव खेलते हुए झालावाड़-बारां सीट पर प्रमोद शर्मा पर भरोसा जताया है। कांग्रेस उम्मीदवार प्रमोद शर्मा राजस्थान विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। अब उनके सामने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह है, जोकि फिलहाल इस सीट से सांसद हैं। दुष्यंत सिंह यहां 2004 से सांसद हैं और वह लगातार पिछले तीन बार से चुनाव जीतते आ रहे हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में दुष्यंत ने कांग्रेस उम्मीदवार प्रमोज जैन भाया को 2 लाख, 81 हजार, 546 वोटों के बड़े अंतर से हराया था।
गोपाल सिंह इडवा
चितौड़गढ़ लोकसभा सीट पर इस बार कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बदल दिया है और गोपाल सिंह इडवा को मैदान में उतारा है। वहीं, बीजेपी ने अपने मौजूदा सांसद सीपी जोशी पर ही भाग्य आजमाया है। साल 2014 के चुनाव में बीजेपी ने यहां से बड़ी जीत हासिल की थी और उसने कांग्रेस को 3 लाख, 16 हजार, 857 मतों से हराया था। कांग्रेस के उम्मीदवार गिरिजा व्यास को 3 लाख 86 हजार, 379 वोट मिले थे। वहीं, सीपी जोशी के खाते में 7 लाख, 3 हजार, 236 वोट गए थे।
राजस्थानः पहले चरण में इन 13 सीटों पर होगा चुनाव
29 अप्रैल को होने वाली पहले चरण की वोटिंग में टोंक-सवाईमाधोपुर, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालौर, उदयपुर, बासंवाड़ा, चितौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़-बारां सीट शामिल है। पहले चरण की अधिसूचना 2 अप्रैल को जारी की गई थी। अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी, जोकि 9 अप्रैल तक चली। 10 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच की गई और 12 अप्रैल तक नाम वापस लेने का समय था। सूबे में दूसरे चरण का चुनाव छह मई को कराया जाएगा।