लोकसभा चुनावः बेटों को संसद में पहुंचाने के लिए मां बहा रही हैं पसीना
By बलवंत तक्षक | Published: April 30, 2019 07:41 AM2019-04-30T07:41:05+5:302019-04-30T07:41:05+5:30
सबसे बड़ी अग्नि परीक्षा केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह को देनी पड़ रही है. उन्होंने अपने आईएएस बेटे बृजेेंद्र सिंह को सरकारी सेवा से इस्तीफा दिलवा कर राजनीति के मैदान में उतारा है.
अपने बेटों को संसद में पहुंचाने के लिए उनकी मां गर्मी के इस मौसम में गांवों की गलियां नाप रही हैं. भारी उमस और थकान के बावजूद उन्हें अपने चेहरे पर लगातार मुस्कान बनाए रखनी पड़ रही है. अगर कहीं विरोध झेलने की स्थिति आ जाए तो भी उन्हें हाथ जोड़ कर चुपचाप आगे निकल जाना पड़ रहा है. हरियाणा में लोकसभा चुनाव के छठे चरण में 12 मई को मतदान तक उन सभी को ऐसे ही हालात से रूबरू होना पड़ेगा.
सबसे बड़ी अग्नि परीक्षा केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह को देनी पड़ रही है. उन्होंने अपने आईएएस बेटे बृजेेंद्र सिंह को सरकारी सेवा से इस्तीफा दिलवा कर राजनीति के मैदान में उतारा है. भाजपा ने उन्हें हिसार क्षेत्र से टिकट दिया है. इसके लिए बीरेंद्र सिंह ने न केवल केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दिया है, बल्कि राज्यसभा की सदस्यता छोड़ने का भी ऐलान किया है.
बेटे के राजनीतिक करियर के लिए खुद बीरेंद्र सिंह ने राजनीति से संन्यास ले लिया है. बृजेंद्र सिंह को अपने पहले चुनाव में कामयाबी दिलाने के लिए उनकी मां प्रेमलता गली-गली घूम रही हैं. हिसार क्षेत्र से मौजूदा सांसद दुष्यंत चौटाला की इज्जत भी दांव पर लगी है. दुष्यंत की जीत के लिए उनकी मां नैना सिंह चौटाला ने भी दिन-रात एक किए हुए हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल की पुत्रवधू रेणुका बिश्नोई ने भी अपने बेटे भव्य बिश्नोई की जीत के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया हुआ है. कांग्रेस ने उन्हें हिसार से टिकट दिया है. बॉक्स बेटे के लिए आशा हुड्डा भी मैदान में रोहतक लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरे दीपेंद्र सिंह हुड्डा की जीत पक्की करने के लिए उनकी मां आशा हुड्डा भी मैदान में आ गई हैं.
भाजपा उन्हें जीत का चौका लगाने से रोकने की कोशिशों में जुटी है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा खुद सोनीपत लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं और बेटे की सहायता के लिए ज्यादा समय निकाल पाना उनके लिए संभव नहीं हो पाएगा, ऐसे में बेटे दीपेंद्र की मदद के लिए उनकी मां आशा हुड्डा ने चुनाव की कमान अपने हाथों में ले ली है.
बेटी के लिए जूझ रही हैं किरण चौधरी
अपनी बेटी श्रुति चौधरी की जीत के लिए उनकी विधायक मां किरण चौधरी को भी भिवानी-महेंद्रगढ़ क्षेत्र में जूझना पड़ रहा है. श्रुति पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल की पोती हैं और एक बार सांसद रह चुकी हैं. किरण चौधरी इस समय हरियाणा कांग्रेस विधायक दल की नेता हैं और अपनी बेटी की जीत के लिए समीकरण बैठाने में पूरी ताकत से जुटी हुई हैं.