लोकसभा चुनाव 2019: संघ ने दिग्विजय सिंह को घेरने के लिए बनाया है ख़ास प्लान
By राजेंद्र पाराशर | Published: March 27, 2019 09:01 PM2019-03-27T21:01:31+5:302019-03-27T21:03:11+5:30
कांग्रेस ने राजधानी भोपाल में दिग्विजय सिंह को मैदान में उतारने के बाद अब संघ सीधे तौर पर दिग्विजय सिंह को हराने की रणनीति तय करने में जुट गया है. इसके तहत संघ सरकार्यवाही भैयाजी जोशी खुद भोपाल पहुंचे.
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल संसदीय सीट पर भाजपा अपनी बादशाहत को बरकरार रखने के लिए अब संघ की रणनीति पर काम कर रही है. संघ ने दिग्विजय को घेरने के लिए भाजपा नेताओं से चर्चा की और दिग्विजय सिंह और शिवराज सिंह के मुख्यमंत्रित्वकाल के कामों को मुद्दा बनाने की बात कही.
इसके अलावा संघ भाजपा के अंदर चल रही खींचतान से भी खफा नजर आया और नेताओं को साफ कहा कि प्रदेश में लोकसभा चुनाव को गंभीरता से लें और आपसी खींचतान को दूर रखें.
भैय्या जी जोशी भोपाल पहुंचे
कांग्रेस ने राजधानी भोपाल में दिग्विजय सिंह को मैदान में उतारने के बाद अब संघ सीधे तौर पर दिग्विजय सिंह को हराने की रणनीति तय करने में जुट गया है. इसके तहत संघ सरकार्यवाही भैयाजी जोशी खुद भोपाल पहुंचे. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा सहित पार्टी के पदाधिकारियों से सीधे चर्चा की और चुनावी रणनीति पर बातचीत की. इस बातचीत में वे पार्टी के अंदर चल रही खींचतान से भी नाराज नजर आए.
खासकर मंदसौर में संघ के प्रत्याशी सुधीर गुप्ता के खिलाफ पार्टी पदाधिकारियों द्वारा किए जा रहे विरोध पर उनकी नाराजगी ज्यादा दिखी. इस दौरान उन्होंने साफ संकेत दिए कि चुनाव के पहले खींचतान को बंद कर दिया जाए. भैयाजी जोशी ने संघ पदाधिकारियों से भी चर्चा की और मैदानी जमावट में जुटने की बात कही.
गुरुवार को भी जोशी राज्य की कठिन सीटों को लेकर भाजपा पदाधिकारियों और नेताओं से बैठक कर चर्चा करेंगे और वहां की रणनीति बनाएंगे.
मुद्दों को लेकर किया सक्रिय
भाजपा नेताओं से चर्चा के दौरान भैयाजी जोशी ने इस बात के संकेत दिए कि भोपाल संसदीय सीट पर दिग्विजय सिंह और शिवराज सिंह के शासनकाल के मुद्दों पर गंभीरता दिखाएं. दोनों के शासनकाल के कामों की तुलना करें और जनता के बीच जाकर यह बताएं कि दिग्विजय सिंह ने किस तरह से बंटाढ़ार किया और शिवराज ने किस तरह विकास किया. जोशी के निर्देश के बाद भाजपा इस मुद्दे पर काम की तैयारी में जुट गई है.
नोटा के विरोध में चलाएगा अभियान
विधानसभा चुनाव में कई स्थानों पर नोटा को लेकर चलाए गए अभियान के चलते भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था. इस बार लोकसभा चुनाव के दौरान इस अभियान को रोकने के लिए संघ ने रणनीति बनाई है. संघ पूरे प्रदेश में नोटा के विरोध में अभियान चलाने वाला है.
संघ जल्द ही मतदाताओं के बीच जाएगा और नोटा के विरोध में मतदाता को जागरुक करेगा. नोटा के पीछे विरोध के लिए संघ का तर्क है की नोटा का विकल्प जनता को पसंद का उम्मीदवार नहीं मिलने पर करने लिए था, लेकिन कई बार नोटा पर वोट करने देने पर खराब उम्मीदवार चुनाव जीत जाते हैं. संघ का मानना है कि जनता को नोटा के बजाय कम बेहतर उम्मीदवार पर वोट करने के लिए प्रेरित करेंगे.