लोकसभा चुनाव: 47 साल से राजनीति में अपराजेय हैं मल्लिकार्जुन खड़गे, जानिए उनका चुनावी सफर
By रामदीप मिश्रा | Published: March 13, 2019 03:44 PM2019-03-13T15:44:48+5:302019-03-13T15:44:48+5:30
लोकसभा चुनाव 2019: लोकसभा में दी गई जानकारी के अनुसार, मल्लिकार्जुन खड़गे की रुचि पुस्तकों को पढ़ने में, फुटबाल, हॉकी और क्रिकेट में है। साथ ही साथ अंधविश्वास और रूढ़ियों को समाप्त करने में है।
कर्नाटक की गुलबर्गा लोकसभा सीट एक बार फिर चर्चा में है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के बागी विधायक उमेश जाधव भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने के बाद इसी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। पार्टी उन्हें कांग्रेस के कद्दावर नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ चुनाव लड़वाने पर विचार कर सकती है। हालांकि, उमेश के लिए यह लड़ाई आसान नहीं होगी। पिछले दो चुनावों से खड़गे गुलबर्गा लोकसभा सीट से ही चुनकर लोकसभा पहुंचे हैं। आज हम आपको बताएंगे कि कौन हैं मल्लिकार्जुन खड़गे और क्या रहा है उनका राजनीतिक सफर...
जन्मः मल्लिकार्जुन खड़गे का जन्म 21 जुलाई, 1942 को कर्नाटक राज्य के जिला बीदर के गांव वारावत्ती में हुआ। उनके पिता का नाम मापन्ना और माता का नाम साईबाव्वा खड़गे है। उनकी पत्नी का नाम राधाबाई खड़गे है और उनके तीन बेटे और दो बेटियां हैं।
शैक्षिक योग्यताः मल्लिकार्जुन खड़गे ने कर्नाटक से शिक्षा ग्रहण की है। उन्होंने बीए, एलएलबी सरकारी आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज गुलबर्गा से किया है। इसके अलावा एसएसएल को लॉ कॉलेज गुलबर्गा कर्नाटक विश्वविद्यालय धारवाड से किया है।
व्यवसाय: मल्लिकार्जुन खड़गे किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं और खेती किसानी को महत्व देते हैं। इसके अलावा वह एक वकील हैं।
चुनावी सफरः मल्लिकार्जुन खड़गे को 1969 में कांग्रेस ने कर्नाटक के प्रदेशाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया। इसके बाद वह पहली बार 1972 में कर्नाटक विधानसभा चुनाव में गुरमितकाल निर्वाचन क्षेत्र से विजय हासिल कर विधायक बने और लगातार इसी सीट से 2009 तक विधायक रहे हैं। उन्होंने गुरमितकाल विधानसभा सीट से लगातार नौ बार चुनाव जीता। 2009 में खड़गे ने गुलबर्गा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीते। 2014 के लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने इसी सीट से विजय हासिल की।
मंत्री पदः मल्लिकार्जुन खड़गे को पहली बार कर्नाटक सरकार में 1976 से लेकर 1978 तक प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा, राज्य मंत्री रहे हैं। इसके बाद उन्हें 1979 में प्रदेश सरकार में ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री, 1980 से 1983 तक कर्नाटक सरकार में राजस्वा मंत्री, 1990 सो 1992 तक कर्नाटक सरकार में राजस्व, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री, 1992 से 1994 तक कर्नाटक सरकार में सहकारिता, मध्यम और बृहद् उद्योग मंत्री, 1999 से 2004 तक कर्नाटक सरकार में गृह, आधारभूत संरचना विकास एवं लघु सिंचाई मंत्री, 2004 से 2006 तक कर्नाटक सरकार में जल संसाधन और परिवहन मंत्री, 31 मई 2009 से 17 जून 2013 तक केन्द्र सरकार में श्रम एवं रोजगार मंत्री और 17 जून 2013 से 26 मई 2014 तक केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री, रेल और सामाजिक न्याय और अधिकारिता (अतिरिक्त प्रभार) बनाया गया।
रुचिः लोकसभा में दी गई जानकारी के अनुसार, मल्लिकार्जुन खड़गे की रुचि पुस्तकों को पढ़ने में, फुटबाल, हॉकी और क्रिकेट में है। साथ ही साथ अंधविश्वास और रूढ़ियों को समाप्त करने में है।
2014 के चुनाव में खड़गे को मिले वोटः साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में गुलबर्गा लोकसभा सीट कुलमतदाताओं की संख्या 17 लाख, 21 हजार, 990 थी। इनमें 9 लाख 97 हजार 638 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था और 57.94 फीसदी वोटिंग हुई थी। कांग्रेस के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे के खाते में 5 लाख, 71 हजार, 93 वोट गए थे और बीजेपी उम्मीदवार रेवू नाइक बेलामागी को 4 लाख, 32 हजार 460 मिले थे। मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी को 74 हजार, 733 वोटों के अंतर से हराया था।