लोकसभा चुनावः कांग्रेस को मिल सकती है कामयाबी, यदि जनहित के मुद्दे उभार पाएंगे राहुल गांधी!
By प्रदीप द्विवेदी | Published: March 25, 2019 08:07 PM2019-03-25T20:07:42+5:302019-03-25T20:07:42+5:30
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस राजस्थान में मिशन- 25 के तहत प्रदेश की सभी 25 सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही है, किन्तु केन्द्रीय नेतृत्व चाहता है कि कम-से-कम 20 सीटें तो इस बार कांग्रेस जीते.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधीलोकसभा चुनाव के लिए राजस्थान में चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत कर रहे हैं. वे राजस्थान में दो चुनाव सभाओं को संबोधित करने के साथ-साथ कांग्रेस के शक्ति प्रोजेक्ट के कार्यकर्ताओं के साथ संवाद भी करेंगे.
राहुल गांधी 26 मार्च, मंगलवार सवेरेे सूरतगढ़ में, तो दोपहर में बूंदी में चुनाव सभा को संबोधित करेंगे. इसके बाद वे शाम को जयपुर के रामलीला मैदान में शक्ति प्रोजेक्ट से जुड़े कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पार्टी पदाधिकारियों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
इसी क्रम में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने जयपुर के रामलीला मैदान में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सभा की तैयारियों का जायजा लिया. इस दौरान कैबिनेट मंत्री भंवर लाल मेघवाल, प्रताप सिंह खाचरियावास, एआईसीसी सचिव विवेक बंसल, पूर्व केंद्रीय मंत्री नमोनारायण मीणा आदि नेता उनके साथ थे.
राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से कांग्रेसी उत्साहित हैं और यहां मिशन- 25 पर जोरशोर से काम चल रहा है, परन्तु कामयाबी इस पर निर्भर है कि मतदान तक राजनीतिक माहौल कैसा बनता है.
जहां बीजेपी को इमोशनल मुद्दों का सहारा है, वहीं कांग्रेस सोशल मुद्दों पर फोकस है.
विधानसभा चुनाव के बाद जहां कांग्रेस ने जनहित के मुद्दों पर ध्यान देते हुए किसान कर्ज माफी, बेरोजगार भत्ता आदि के माध्यम से यह स्थापित करने की कोशिश की है कि कांग्रेस जो कहती है, वह पूरा करती है, वहीं बीजेपी के पास इस वक्त केवल इमोशनल मुद्दे ही हैं.
विस चुनाव में राजस्थान में कांग्रेस और बीजेपी, दोनों को लगभग बराबर वोट मिले थे, लिहाजा एक दर्जन सीटें हांसिल करना तो दोनों दलों के लिए संभव है, किन्तु मिशन- 25 पूरा करना किसी भी दल के लिए आसान नहीं है.
यदि राहुल गांधी, बीजेपी के इमोशनल मुद्दों के असर को बेअसर करने और जनहित के मुद्दे उभारने में कामयाब हो जाते हैं तो लोस चुनाव में कांग्रेस की कामयाबी का परचम लहराएगा.
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस राजस्थान में मिशन- 25 के तहत प्रदेश की सभी 25 सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही है, किन्तु केन्द्रीय नेतृत्व चाहता है कि कम-से-कम 20 सीटें तो इस बार कांग्रेस जीते.