मध्य प्रदेश: सीएम कमलनाथ ने कैमरों की रोशनी में किया लोकसभा चुनाव के लिए मतदान, यह थी वजह
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 29, 2019 08:08 PM2019-04-29T20:08:26+5:302019-04-29T20:08:26+5:30
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के लिए असहज स्थिति बन गई, जब वह अपने परिवार सहित मतदान केन्द्र पहुंचे लेकिन वहां बिजली चली गयी। इससे नाराज होकर कमलनाथ ने मतदान करने के बाद मीडिया को बताया कि वह इस मामले की जांच कराएंगे कि ऐसा क्यों हुआ।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के लिये उस समय असहज स्थिति बन गयी, जब वह अपने परिवार सहित मतदान केन्द्र पहुंचे लेकिन वहां बिजली चली गयी। इसके चलते उन्हें वहां मौजूद मीडियाकर्मियों के कैमरों की रोशनी में मताधिकार का उपयोग करना पड़ा। इससे नाराज होकर कमलनाथ ने मतदान करने के बाद मीडिया को बताया कि वह इस मामले की जांच कराएंगे कि ऐसा क्यों हुआ।
कमलनाथ सोमवार सुबह अपनी पत्नी अलका नाथ, बेटे नकुल नाथ और पुत्रवधु प्रिया नाथ के साथ सौंसर विधानसभा सीट के शिकारपुर मतदान केन्द्र पर मतदान करने गये थे। तभी वहां बिजली चली गयी और उन्हें मीडियाकर्मियों के कैमरों की फ्लैशलाइट में मतदान करना पड़ा । मतदान केन्द्र की बिजली लगभग 20-25 मिनट तक गुल रही।
चुनाव पर्यवेक्षक नरेन्द्र सिंह सिसौदिया ने बिजली जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि कमलनाथ परिवार सहित जब मतदान के लिये केन्द्र पहुंचे थे तब कुछ देर के लिये बिजली गयी थी। छिन्दवाड़ा लोकसभा सीट पर कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ कांग्रेस प्रत्याशी हैं। जबकि छिंदवाड़ा विधानसभा सीट पर कमलनाथ कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर पर उपचुनाव लड़ रहे हैं। प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद नियमानुसार उन्हें छह माह के अंदर विधानसभा का सदस्य निर्वाचित होना है।
उनके लिये उनके समर्थक दीपक सक्कसेना ने इस्तीफा देकर छिंदवाड़ा विधानसभा सीट खाली की थी। इसके तहत चुनाव आयोग को यहां उपचुनाव कराना पड़ रहा है। प्रदेश में चुनाव के दौरान हो रही अघोषित बिजली कटौती एक राजनीतिक मुद्दा बन गया है। नवंबर 2018 से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से बारम्बार अघोषित बिजली कटौती हो रही है। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि बिजली कंपनी के कुछ कर्मचारियों ने जानबूझकर कांग्रेस के खिलाफ किसी षडयंत्र के तहत ऐसा किया है। सरकार ने शक के दायरे में आने के बाद ऐसे 500 कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की है।