लोकसभा चुनाव 2019: 70 करोड़ लोगों को जोड़ने का मास्टरप्लान तैयार कर रहे हैं पीएम मोदी और अमित शाह
By विकास कुमार | Published: February 6, 2019 05:42 PM2019-02-06T17:42:51+5:302019-02-06T17:44:33+5:30
नरेन्द्र मोदी और अमित शाह की इस कवायद से बीजेपी देश भर में करोड़ों लोगों से सीधा संवाद कर सकती है. एक अनुमान के मुताबिक 2019 में देश भर में 65 करोड़ लोगों के पास स्मार्टफोन होंगे.
बीजेपी ने लोकसभा चुनाव से पहले बड़े पैमाने पर अपना कैंपेन लांच करने जा रही है. इसके तहत देश भर में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने की कवायद जारी है. पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने 70 करोड़ लोगों को जोड़ने के लिए एक मास्टरप्लान तैयार किया है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक देश भर के 9,27,533 पोलिंग बूथों पर लोगों को सोशल मीडिया के जरिये जोड़ने की योजना है. इसके तहत हर बूथ पर तीन व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाये जायेंगे और हर ग्रुप में अधिकतम 256 लोग जुड़ेंगे. नरेन्द्र मोदी और अमित शाह की इस कवायद से बीजेपी देश भर में करोड़ों लोगों से सीधा संवाद कर सकती है.
एक अनुमान के मुताबिक 2019 में देश भर में 65 करोड़ लोगों के पास स्मार्टफोन होंगे. यह कहा जा रहा है कि इस बार का चुनाव सोशल मीडिया के जरिये ही लड़ा जायेगा. सभी पार्टियां चुनाव से पहले अपने सोशल मीडिया टीम को एक्टिव कर लेना चाहती है. बीजेपी अपने इन ग्रुप्स के जरिये लोगों तक पार्टी की योजनाओं को पहुंचाना चाहती है. इन ग्रुप्स में वीडियो, ग्राफ़िक्स, इमेज और पार्टी से जुड़े तमाम सामग्रियां उपलब्ध होंगी.
बीजेपी के पास विशाल डेटाबेस
भारतीय जनता पार्टी के पास अपने विशाल कार्यकर्ताओं के समूह के रूप में प्रत्यक्ष तौर पर 10 करोड़ लोगों का डाटा मौजूद है. सभी कार्यकर्ताओं से पीएम मोदी इस रूप में सीधे जुड़ सकते हैं. भारतीय जनता पार्टी में डेटा पॉलिटिक्स एक संगठित रूप में दिखती है. कांग्रेस के पास इस रूप में डेटाबेस मौजूद नहीं है. नरेन्द्र मोदी को ऐसे भी तकनीक के इस्तेमाल के रूप में महारथ हासिल है. 2014 के चुनाव में नरेन्द्र मोदी ने राजनीति में उन तकनीकों का प्रदर्शन किया जिससे पश्चिम जगत के राजनेता तक परिचित नहीं थे.
डाटा पॉलिटिक्स के इस दौर में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच लड़ाई दिलचस्प होने वाली है. संसाधनों के मामलों में बीजेपी भले ही कांग्रेस से बहुत आगे प्रतीति होती है लेकिन पॉलिटिक्स के इस नए दौर में कांग्रेस ने इस तकनीक को साध लिया है. डेटा के मामले में बिना शक भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस से समृद्ध है लेकिन तकनीक के मामले में कांग्रेस भाजपा को यहां कड़ी टक्कर दे रही है.