लोकसभा चुनाव 2019: ललन सिंह से अनंत सिंह दो-दो हाथ करने को तैयार, पत्नी नीलम देवी मुंगेर सीट से लड़ेंगी चुनाव
By धीरज पाल | Published: March 29, 2019 10:19 AM2019-03-29T10:19:05+5:302019-03-29T10:19:05+5:30
लोकसभा चुनाव: ललन सिंह हमेशा से ही अनंत सिंह और उनके परिवार के विरोध की राजनीति करते रहे हैं। उन्होंने कई बार विधानसभा चुनाव भी लड़ा, लेकिन मामूली वोटों के अंतर से अनंत सिंह से पराजित होते रहे।
लोकसभा चुनाव में बिहार की मुंगेर संसदीय सीट 'हॉट सीट' बन चुकी है। बिहार में महागठबंधन ने इस सीट से बाहुबली नेता अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को मैदान में उतारा है। नीलम देवी को कांग्रेस से टिकट दिए जाने के बाद इस सीट पर राजनीतिक सरगर्मियां और भी तेज हो गई हैं।
एक तरफ जहां मुंगेर संसदीय सीट पर कांग्रेस ने अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को मैदान में उतारा है, वहीं दूसरी तरफ जेडयू से उम्मीदवार बाहुबली नेता ललन सिंह हैं। दोनों के बीच दिलचस्प मुकाबला होगा क्योंकि अनंत सिंह को पुराना हिसाब चुकाना है। साल 2015 में अनंत सिंह जेल में रहकर विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। तब इनकी पत्नी नीलम देवी प्रचार कर रही थीं।
ललन सिंह और अनंत सिंह के बीच विरोध
ललन सिंह हमेशा से ही अनंत सिंह और उनके परिवार के विरोध की राजनीति करते रहे हैं। उन्होंने कई बार विधानसभा चुनाव भी लड़ा, लेकिन मामूली वोटों के अंतर से अनंत सिंह से पराजित होते रहे। अब अनंत सिंह के खिलाफ मंत्री ललन सिंह के खड़ा हो जाने से उनका हौसला काफी बढ़ गया है।
ललन सिंह का कहना है कि उनकी लगातार हार की वजह उनके समाज के लोगों का गुमराह होना सबसे बडी वजह रही है। अब जब उनका समाज एकजुट होगा और अनंत सिंह जैसे अपराधियों के आतंक से मोकामा को मुक्ति मिलेगी। ऐसे में अब अनंत सिंह के गढ़ में उनकी बिरादरी के ही सारे बाहुबली और नेता अनंत सिंह की घेराबंदी करने में जुटे हैं।
बता दें कि मुंगेर लोकसभा सीट से 2014 में लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) से वीणा देवी सांसद बनी थी। उन्होंने जनता दल यूनाइटेड (जदयू) प्रत्याशी ललन सिंह को चुनाव हराया था। अब जदयू और लोजपा दोनों ही एनडीए गठबंधन में आ चुकी है।
सीएम नीतीश कुमार के करीबी थे अनंत सिंह
कभी सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लोग बड़े साहब के रुप में जानता था तो बाहुबली अनंत सिंह को छोटे सरकार के रुप में लोग जानते थे। मगर मुसीबत में अनंत सिंह ने जदयू से दूरी क्या बनाई जदयू खेमे में कई स्वजातिय राजनेता अपना-अपना ताल ठोंकने लगे हैं और नीतीश कुमार के करीबी बनने के लिए अपनी मुंछ ऐंठने लगे हैं। साल 2015 के बाद उन्होंने अपना रास्ता अलग कर लिया। 2014 का चुनाव सूरजभान की पत्नी वीणा देवी एलजेपी के टिकट पर जीती थीं। हालांकि जदयू में मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह पहले सी कदावर और गंभीर नेताओं में शुमार हैं।
पत्नी को मैदान में उतारने की बड़ी वजह
मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 18 लाख 71 हजार 193 है। इनमें महिला मतदाताओं की संख्या 8 लाख 75 हजार 26 है। इसी कारण अनंत सिंह अपनी पत्नी को प्रत्याशी बना कर महिला मतदाताओं को अपनी ओर खींचना चाहते हैं।