लोकसभा चुनाव 2019ः इंदिरा गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी की जगह हासिल करना इतना आसान नहीं है!
By प्रदीप द्विवेदी | Published: January 26, 2019 03:41 PM2019-01-26T15:41:11+5:302019-01-26T15:47:44+5:30
धर्म के आधार पर इस सर्वे में जो नतीजे आए हैं वे भी कम दिलचस्प नहीं है, हिन्दुओं के बीच भी पीएम नरेंद्र मोदी, इंदिरा गांधी और वाजपेयी से पीछे हैं।
वैसे तो इस सर्वे का कोई सीधा संबंध लोकसभा चुनाव से नहीं है, लेकिन इसके नतीजे यह बता रहे हैं कि पीएम नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता किस कदर कम हुई है, मोदी मैजिक किस तरह से खत्म हो रहा है!
देश की जनता का मिजाज जानने के लिए एक निजी चैनल ने जो सर्वे किया है वह बताता है कि अब तक के प्रधानमंत्रियों में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जगह स्थाई तौर पर हांसिल करना किसी भी पीएम के लिए आसान नहीं है.
जब सर्वे में यह जानने की कोशिश की गई कि अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री कौन है? तो सर्वे में शामिल ज्यादातर लोगों ने इंदिरा गांधी को ही अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री माना. सर्वे में शामिल 21 प्रतिशत लोग इंदिरा गांधी को बेस्ट पीएम मानते हैं. इससे पूर्व के सर्वे में अस्थाई तौर पर नंबर एक पर रहने वाले नरेंद्र मोदी पीएम रहते हुए ही तीसरे नंबर पर आ गए हैं.
इस मामले में दूसरे स्थान पर बीजेपी के प्रमुख नेता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी हैं, जिन्हें सर्वे में शामिल 18 प्रतिशत लोग देश का बेस्ट पीएम मानते हैं, जबकि अब 17 प्रतिशत लोग ही नरेंद्र मोदी को अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री मानते हैं.
मोदी की लोकप्रियता में आई कमी
जाहिर है, पीएम मोदी की लोकप्रियता में तेजी से गिरावट आई है और वे तीसरे स्थान पर पहुुंच गए हैं. यह सर्वे जनवरी, 2019 में हुआ है, लेकिन इसके पहले हुए कई सर्वे में नरेंद्र मोदी को सर्वाधिक लोगों द्वारा सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री माना जा रहा था.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद यह पहला सर्वे है, जिसमें उनकी लोकप्रियता 6 प्रतिशत बढ़ी है, तो वर्तमान पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता में 8 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है, अर्थात... यदि 2019 का लोस चुनाव पीएम मोदी नहीं जीत पाते हैं तो इस सूची में फिर से आगे आने की संभावनाएं भी स्थाई तौर पर समाप्त हो जाएंगी.
यह इस बात का सियासी प्रमाण-पत्र भी है कि पीएम मोदी जनता की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं और उनके राजनीतिक खाते में जनता पर स्थाई प्रभाव डालने वाली पाकिस्तान पर जीत, परमाणु परीक्षण जैसी सर्वमान्य उपलब्धियां नहीं हैं.
उल्लेखनीय है कि अगस्त 2018 में किए गए सर्वे में सबसे ज्यादा 26 प्रतिशत लोगों ने नरेंद्र मोदी को बेस्ट पीएम माना था, जबकि तब इंदिरा गांधी को 20 प्रतिशत और अटल बिहारी वाजपेयी को 12 प्रतिशत लोगों ने ही बेस्ट पीएम माना था. ऐसे ही अगस्त 2017 में तो 33 प्रतिशत लोगों ने नरेंद्र मोदी को बेस्ट पीएम माना था, जबकि इंदिरा गांधी को 17 प्रतिशत लोगों ने ही सवश्रेष्ठ प्रधानमंत्री माना था.
हिंदुओं के बीच इंदिरा गांधी और वाजपेयी से कम लोकप्रिय है मोदी
धर्म के आधार पर इस सर्वे में जो नतीजे आए हैं वे भी कम दिलचस्प नहीं है, हिन्दुओं के बीच भी पीएम नरेंद्र मोदी, इंदिरा गांधी और वाजपेयी से पीछे हैं, मोदी को केवल 18 प्रतिशत हिंदू सर्वश्रेष्ठ पीएम मानते हैं, जबकि उन्हे मात्र 4 प्रतिशत मुसलमान और 9 प्रतिशत शेष धर्मों के लोग बेस्ट पीएम मानते हैं.
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को हिंदुओं में 20 प्रतिशत, मुसलमानों में 28 प्रतिशत और शेष धर्मों के लोगों में से 24 प्रतिशत लोग सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री मानते हैं, तो अटल बिहारी वाजपेयी को 20 प्रतिशत हिंदू, 7 प्रतिशत मुसलमान और 4 प्रतिशत अन्य धर्मों के लोग सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री मानते हैं.
हालांकि, उत्तर भारत में पीएम मोदी अभी भी आगे हैं, नरेंद्र मोदी को उत्तर भारत के 25 प्रतिशत, पूर्वी भारत के 15 प्रतिशत, दक्षिण भारत के 8 प्रतिशत और पश्चिम भारत के 17 प्रतिशत लोग सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री मानते हैं, जबकि इंदिरा गांधी को उत्तर भारत के 18 प्रतिशत, पूर्व के 22 प्रतिशत, दक्षिण भारत के 20 प्रतिशत और पश्चिम भारत के 23 प्रतिशत लोग अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री मानते हैं, तो अटल बिहारी वाजपेयी को उत्तर भारत के 15 प्रतिशत, पूर्वी भारत के 27 प्रतिशत, दक्षिण भारत के 10 प्रतिशत और पश्चिम भारत के 17 प्रतिशत लोग सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री मानते हैं.
इस सर्वे के सियासी संकेत यही हैं कि पीएम मोदी का राजनीतिक जादू लगातार खत्म होता जा रहा है और उनके वादों-इरादों पर से जनता का भरोसा कमजोर पड़ गया है!