लोकसभा चुनाव 2019: इन सीटों के चलते बिहार महागठबंधन में फंसी है पेंच, कांग्रेस-आरजेडी में अबतक नहीं बनी बात
By निखिल वर्मा | Published: March 19, 2019 09:42 AM2019-03-19T09:42:44+5:302019-03-19T15:20:17+5:30
बता दें कि सोमवार को दिल्ली में दिनभर कांग्रेस नेताओं की बैठकों का दौर चला। कांग्रेस 11 सीटों पर लड़ना चाह रही है जबकि आरजेडी 8 सीटें देने पर अड़ी है। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस नौ सीटों पर मान सकती है।
लोकसभा चुनाव 2019 के लिए बिहार में महागठबंधन की सीटों का बंटवारा आज शाम तक होने की उम्मीद है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पिछले एक हफ्ते से दिल्ली में हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और तेजस्वी की मुलाकात आज होगी। कांग्रेस ने बिहार से सभी बड़े नेताओं को दिल्ली बुलाया है। कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने बताया कि आज ही सीटों की स्थिति साफ हो जाएगी।
बता दें कि सोमवार को दिल्ली में दिनभर कांग्रेस नेताओं की बैठकों का दौर चला। कांग्रेस 11 सीटों पर लड़ना चाह रही है जबकि आरजेडी 8 सीटें देने पर अड़ी है। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस नौ सीटों पर मान सकती है।
टिकट बंटवारे से पहले ही एनसीपी ने घोषित किया प्रत्याशी
कांग्रेस को कुछ सीटों पर संकट का सामना कर पड़ सकता है। सीमांचल के कटिहार सीट पर एनसीपी ने मो. शकूर को प्रत्याशी घोषित कर दिया। इस सीट से पिछली बार एनसीपी के टिकट से तारिक अनवर जीते थे। कांग्रेस नेता तारिक अनवर ने लोकमत से विशेष बातचीत में कहा कि वह कटिहार से ही चुनाव लड़ेंगे। एनसीपी के उम्मीदवार उतारने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
कुछ सीटों पर आरजेडी-कांग्रेस में फंसा पेंच
दरभंगा, मधुबनी, कटिहार, किशनगंज और मोतिहारी की सीटों पर कांग्रेस और आरजेडी दोनों दावा ठोका है। दरभंगा सीट से कांग्रेस बीजेपी से आए कीर्ति आजाद को लड़ाना चाहती है जबकि आरजेडी से पूर्व सांसद मोहम्मद अली अशरफ फातमी का दावा है। विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के अध्यक्ष मुकेश सहनी भी दरभंगा से ही लड़ना चाहते हैं। मधुबनी से कांग्रेस शकील अहमद को तो आरजेडी अब्दुल बारी सिद्दीकी को लड़ाना चाहती है। आरजेडी ने कांग्रेस को दरभंगा-मधुबनी, कटिहार-किशनगंज और मोतिहारी-वाल्मीकि नगर में से एक-एक सीट का विकल्प दे दिया है।
मांझी ने मांगी पांच सीटें
महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी, VIP अध्यक्ष मुकेश सहनी और जीतन राम मांझी की हिन्दुस्तानी अवामी मोर्चा शामिल है। वाम दलों के साथ आने की भी बात चल रही है। आरजेडी 20 से कम सीटों पर नहीं लड़ना चाहती है जबकि कांग्रेस ने अपने लिए 11 सीटें मांगी है। मांझी अपनी पार्टी के लिए 5 सीटें मांग रहे हैं जबकि उपेंद्र कुशवाहा ने तीन सीटों पर दावा किया है। भाकपा-माले ने छह सीटों पर अपनी दावेदारी जताई है। बिहार में कुल 40 लोकसभा सीटों पर 7 चरणों में चुनाव होंगे।