लोकसभा चुनाव 2019: झारखंड की गोड्डा सीट किसी भी पार्टी का गढ़ नहीं, बीजेपी-कांग्रेस के बीच होगा कड़ा मुकाबला
By पल्लवी कुमारी | Published: March 12, 2019 08:42 AM2019-03-12T08:42:50+5:302019-03-12T08:42:50+5:30
Godda Lok Sabha seat: गोड्डा सीट से वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद निशिकांत दूबे हैं। निशिकांत दूबे ने 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी फुरकान अंसारी को हराया था। गोड्डा लोकसभा सीट से निशिकांत दूबे दूसरी बार सांसद बने हैं।
झारखंड लोकसभा सीट में से गोड्डा सीट काफी महत्व रखता है, क्योंकि ये सीट किसी भी पार्टी का गढ़ नहीं है। यहां से कांग्रेस और बीजेपी कब कौन बाजी मार जाए, इसका अंदाजा लगाना काफी मुश्किल है। झारखंड में लोकसभा चुनाव 29 अप्रैल, 6 मई, 12 मई और 19 मई को है। गोड्डा सीट से वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद निशिकांत दूबे हैं। निशिकांत दूबे ने 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी फुरकान अंसारी को हराया था। गोड्डा लोकसभा सीट से निशिकांत दूबे दूसरी बार सांसद बने हैं।
गोड्डा सीट झारखंड के स्थानीय निवासी संथालियों के आरक्षित है। इस सीट से कांग्रेस अबतक छह बार जीत चुकी है, तो वहीं बीजेपी सात बार जीत चुकी है। इस सीट को किसी का गढ़ कहना काफी मुश्किल है। यहां कांग्रेस और बीजेपी दोनों का बराबर दबदबा रहा है। 2014 के लोकसभा चुनाव में 65.97 प्रतिशत मतदान हुए थे। इस सीट पर इस बार कड़ा मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है।
गोड्डा लोकसभा सीट का परिचय
गोड्डा झारखंड के पूर्वोत्तर का एक जिला है। गोड्डा जिला पहले संथल परगना का एक भाग था। यह पूरा इलाका खनिज संपदाओ से भरा है। इस जिले में एशिया का सबसे बड़ा खुला कोयला खदान है। गोड्डा के अंदर 6 विधानसभा सीट हैं, जिसमें, मधुपुर, देवघर, जरमुंडी, पोरेयाहत, गोड्डा और महागमा। जिनमें से देवघर एक अरक्षित विधानसभा सीट है। गोड्डा को संथल प्रदेश भी कहा जाता है।
गोड्डा जिले की अधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, यहां की कुल जनसंख्या 861,000 है। जिसमें मुख्यत लोग किसान है और कृषि पर आधारित है। गोड्डा सिर्फ जनजातियों की भूमि नहीं है, स्थानीय निवासियों में गैर-आदिवासी और शहरी लोग भी शामिल हैं। लेकिन जनजातियों की तुलना में कम है।
गोड्डा लोकसभा सीट राजनीतिक इतिहास
इस सीट को किसी का गढ़ नहीं कहा जा सकता है। गोड्डा लोकसभा सीट से बीजेपी सात बार तो कांग्रेस छह बार चुनाव जीत चुकी है। 1962 में यहां से प्रभु दयाल हिम्मतसिंगका जीते थे, जो कि कांग्रेस के उम्मीदवार थे। 1967 में भी कांग्रेस के प्रभु दयाल ही जीते। 1971 में भी इस सीट से कांग्रेस के जगदीश मंडल जीते।
1977 में भारतीय लोक दल ने यहां से अपना खाता खोला था और जगदंबी प्रसाद यादव जीते थे। 1980 में फिर से कांग्रेस के मौलाना समीनुद्दीन जीते। 1984 में भी कांग्रेस के मौलाना समीनुद्दीन ही जीते थे।
1989 में गोड्डा सीट से भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) ने खाता खोला और जनार्दन यादव यहां से जीते थे। 1991 सूरज मंडल जीते, जो झारखंड मुक्ति मोर्चा से थे। 1996, 1998, 1999 में तीनों बार बीजेपी के जगदंबी प्रसाद यादव जीते। 2000 में बीजेपी जीती और उम्मीदवार प्रदीप यादव थे। 2004 में यहां से कांग्रेस के फुरकान अंसारी जीते। 2009 और 2014 में बीजेपी के निशिकांत दुबे जीते।
झारखंड महागठबंधन: कांग्रेस, झामुमो, झाविमो और राजद का समीकरण
झारखंड लोक सभा चुनाव में महागठबंधन के फैसला 2019 के फरवरी में ही हो गया है। लोक सभा चुनाव में कांग्रेस 7 सीटों पर तो झामुमो 4 झाविमो 2 और राजद 1 सीट पर चुनाव लड़ेंगे। लेकिन विधानसभा में सबसे ज्यादा सीटे झामुमो को दी जाएगी। गठबंधन के बाद सामने आई जानकारियों को मुताबिक (अभी तक) 14 लोक सभा सीटों में से राजमहल, दुमका और गिरिडीह से झामुमो है। कांग्रेस लोहरदगा, खूंटी, रांची, धनबाद और जमशेदपुर से प्रत्याशी खड़े करेगी। बाकी सीटों पर अभी फैसला नहीं आया है।
झारखंड में बीजेपी और आजसू साथ-साथ
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने लोकसभा 2019 के लिए आजसू से गठबंधन किया है। बीजेपी झारखंड के 14 लोकसभा सीटों में से 13 लोकसभा सीट पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। वहीं, आजसू सिर्फ एक लोकसभा सीट गिरिडीह से चुनाव लड़ेगी। हालांकि बीजेपी ने अभी उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।
सात चरण में 11 अप्रैल से 19 मई तक होंगे लोकसभा चुनाव
चुनाव आयोग ने 17वीं लोकसभा का चुनाव सात चरण में, 11 अप्रैल से 19 मई के बीच कराने का फैसला किया है। सातों चरण के मतदान के बाद 23 मई को मतगणना होगी। झारखंड में चौथे चरण में चुनाव शुरू होगा।
झारखंड (14 सीट)
चरण | चुनाव की तारीख | संसदीय क्षेत्र का नाम |
चौथा चरण | 29 अप्रैल | चतरा, लोहरदग्गा,पालामू |
पांचवां चरण | 6 मई | कोडरमा, रांची, खूंटी, हजारीबाग |
छठवां चरण | 12 मई | गिरिडीह, धनबाद, जमशेदपुर, सिंहभूम |
सातवां चरण | 19 मई | राजमहल, दुमका, गोड्डा |