लोकसभा चुनाव: बिहार में अंतिम चरण में राजद की प्रतिष्ठा दांव पर, लालू की बड़ी बेटी मीसा भारती पर टिकी निगाहें
By एस पी सिन्हा | Published: May 15, 2019 05:59 PM2019-05-15T17:59:11+5:302019-05-15T17:59:11+5:30
परिसीमन के बाद 2009 में पहली बार पाटलिपुत्र सीट पर चुनाव हुआ था. उस समय लालू प्रसाद यादव खुद प्रत्याशी थे, लेकिन उन्हें जदयू के डा. रंजन यादव से पराजित होना पडा था. वे वही रंजन यादव थे, जिनकी गिनती कभी लालू के चंद करीबियों में होती थी.
बिहार में लोकसभा चुनाव का अंतिम व सातवां चरण राजद की प्रतिष्ठा जुड गया है. राजद आठ में से तीन सीटों पर चुनाव लड़ रहा है. राजद के तीनों प्रत्याशी अपनी पार्टी में बडे कद के नेता हैं. यह चरण लालू परिवार की भी प्रतिष्ठा जुड़ी हुई है. राजद पाटलिपुत्र व बक्सर और जहानाबाद सीट से चुनाव लड़ रहा है, जबकि आरा में उसने भाकपा-माले को समर्थन दिया है.
राजद ने पाटलिपुत्र से लालू प्रसाद यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती, बक्सर से जगदानंद सिंह और जहानाबाद से सुरेंद्र यादव को मैदान में उतारा है. मीसा भारती वर्तमान में राज्यसभा की सदस्य हैं, जबकि सुरेंद्र यादव व जगदानंद सिंह पूर्व सांसद हैं. जगदानंद सिंह 2009 में बक्सर सीट से ही लोकसभा के लिए चुने गये थे.
इन सीटों पर राजद की प्रतिष्ठा दांव पर
पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जगदानंद सिंह राजनीति में जगदा बाबू के नाम से चर्चित हैं, वैसे उन्हें लोग बिजूरिया बाबा भी कहते हैं. इनकी गिनती पार्टी के बड़े नेताओं में होती है. लालू-राबडी मंत्रिमंडल में लगातार पंद्रह साल मंत्री रहे जगदानंद सिंह का बक्सर में मुकाबला भाजपा के केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे से है. 2014 में जगदानंद सिंह को ही हराकर अश्विनी चौबे लोकसभा में पहुंचे थे.
2009 में पहली बार पाटलिपुत्र सीट पर हुआ था चुनाव
वहीं, परिसीमन के बाद 2009 में पहली बार पाटलिपुत्र सीट पर चुनाव हुआ था. उस समय लालू प्रसाद यादव खुद प्रत्याशी थे, लेकिन उन्हें जदयू के डा. रंजन यादव से पराजित होना पडा था. वे वही रंजन यादव थे, जिनकी गिनती कभी लालू के चंद करीबियों में होती थी. इस बार पाटलिपुत्र सीट से मीसा भारती मैदान में हैं. 2014 में भी मीसा भारती ने किस्मत आजमायी थी. इस बार भी उनका मुकाबला केंद्रीय राज्यमंत्री रामकृपाल यादव से है. मीसा भारती के लिए उनकी मां पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी तथा दोनों भाई पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव सहित राजद व महागठबंधन के सभी नेता वोट मांग रहे हैं.
जहानाबाद सीट पर राजद प्रत्याशी सुरेंद्र यादव मैदान में
वहीं, राजद के लिए सबसे विकट स्थिति जहानाबाद सीट पर है. जहानाबाद से दो बार सांसद रहे चुके और गया के बेलागंज से राजद विधायक सुरेंद्र यादव यहां चुनाव मैदान हैं. यादव के सामने परेशानी यह है कि उन्हें पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बडे बेटे तेजप्रताप यादव का विरोध झेलना पड रहा है. तेजप्रताप ने लालू- राबडी मोर्चा के बैनर तले चंद्रप्रकाश को यहां से मैदान में उतार दिया है. तेजप्रताप उनके लिए वोट मांग रहे हैं और सुरेंद्र यादव को हराने की अपील कर रहे हैं.