लोकसभा 2019: यूपी में SP-BSP का गठबंधन BJP से छीनेगा 35 से ज्यादा सीटें, 25 साल पुराना इतिहास है!

By जनार्दन पाण्डेय | Published: December 20, 2018 04:48 PM2018-12-20T16:48:30+5:302018-12-20T16:49:19+5:30

साल 1993 में सपा-बसपा का गठबंधन हुआ था। तब यूपी की 264 विधानसभा सीटों पर सपा और 164 सीटों पर बसपा ने चुनाव लड़ा था। इसमें सपा ने 109 और बसपा को 67 सीटें जीती थीं। इसकी तुलना में बीजेपी ने 177 सीटें मिलीं थी। 

Lok Sabha 2019: In UP, SP-BSP coalition will split from BJP, more than 35 seats, 25 years old history! | लोकसभा 2019: यूपी में SP-BSP का गठबंधन BJP से छीनेगा 35 से ज्यादा सीटें, 25 साल पुराना इतिहास है!

फाइल फोटो

Highlights विधानसभा चुनाव 2017 में बीजेपी को कुल 39.7 वोट मिले थे। जबकि सपा को 21.8 और बसपा को 22.2 प्रतिशत वोट मिले। लोकसभा चुनाव 2014 में बसपा को 19.60 प्रतिशत और सपा को 22.20 प्रतिशत वोट मिले थे। लेकिन एसपी को पांच और बीएसपी को कोई सीट नहीं मिली थी।

लोकसभा चुनाव 2019 के लिए सभी दलों ने गणित लगनी शुरू कर दी हैं। इस बार के चुनाव साफ हैं। एक तरफ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), दूसरी तरफ अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग गठबंधन। सबसे ज्यादा 80 सीटों वाला राज्य उत्तर प्रदेश में प्रमुख दलों बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) और समाजवादी पार्टी (एसपी) ने आपस में सीटों पर बंटवारे को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप देने लगे हुए हैं।

खास बात यह कि उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में 71 सीटों पर पिछले चुनाव में बीजेपी को जीत मिली थी। जबकि बीजेपी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को ऐतिहासिक 73 सीटों पर जीत मिली थी। लेकिन अगर बीएसपी और एसपी गठबंधन में कामयाब होते हैं तो बीजेपी की आधे से ज्यादा सीटें का झटका दे सकते हैं। इसकी गवाही यूपी में एसपी-बीएसपी गठबंधन का इतिहास देते हैं।

यूपी में एसपी-बीएसपी एक दूसरे की प्रतिद्वंदी पार्टियां रही हैं। दोनों का मेल बीजेपी के लिए घातक हो सकता है यह बात बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी मानते हैं। एक हालिया टीवी इंटरव्यू में उन्होंने यह स्वीकार किया है कि अगर सपा-बसपा मिली तो यूपी में टक्कर कड़ी हो जाएगी। इसकी एक बानगी देश ने फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा उपचुनावों में भी देख चुका है।

लेकिन किस हद तक? नीचे आंकड़ों से जानिए- 

25 साल पुराना इतिहाः साल 1993 में सपा-बसपा का गठबंधन हुआ था। तब यूपी की 264 विधानसभा सीटों पर सपा और 164 सीटों पर बसपा ने चुनाव लड़ा था। इसमें सपा ने 109 और बसपा को 67 सीटें जीती थीं। इसकी तुलना में बीजेपी ने 177 सीटें मिलीं थी। यानी कि सीटें आधी-आधी बंट गई थीं। सर्ववि‌दित है 1992 में यूपी के अयोध्या में बाबरी विध्वंस के बाद यूपी में बीजेपी की लहर थी। इसके बाद भी 4 दिसंबर 1993 को यूपी में मुलायम सिंह यादव ने सरकार बनाई थी।

लोकसभा चुनाव 2014: इसी लिहाज से आगे देखें पिछले चुनाव यानी लोकसभा चुनाव 2014 में बसपा को 19.60 प्रतिशत और सपा को 22.20 प्रतिशत वोट मिले थे। लेकिन एसपी को पांच और बीएसपी को कोई सीट नहीं मिली थी। लेकिन अगर दोनों के वोटों को जोड़ दिया जाए तो यह 41.80 फीसदी पहुंच जाती है।

यूपी चुनाव 2017: यही आंकड़ा यूपी के विधानसभा चुनावों में भी नजर आते हैं। विधानसभा चुनाव 2017 में बीजेपी को कुल 39.7 वोट मिले थे। जबकि सपा को 21.8 और बसपा को 22.2 प्रतिशत वोट मिले। ऐसे में अगर सपा-बसपा जुड़ जाती हैं तो दोनों के वोट फीसदी 44 प्रतिशत से ज्यादा हो जाता है। जो कि बीजेपी से कहीं ज्यादा है। ऐसे में बीजेपी के लिए यह गठबंधन बड़ी चुनौती बनने जा रहा है।

जिस तरह के आंकड़े बैठ रहे हैं उनमें माना जा रहा है बीजेपी आगामी चुनावों में 35 से 40 सीटों तक सिमट जाएगी।

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