Lockdown in India:जीआईसैट-1 उपग्रह का प्रक्षेपण फिर से टला, करीब 1,000 लोगों की जरूरत होती है
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 7, 2020 07:25 PM2020-04-07T19:25:11+5:302020-04-07T19:25:11+5:30
जीएसएलवी-एफ10 से जीआईसैट-1 उपग्रह का प्रक्षेपण पांच मार्च को होना था लेकिन कुछ तकनीकी कारणों से यह टल गया था। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की ओर से जारी एक बयान में बताया गया था कि अगली तिथि की घोषणा उचित समय पर की जाएगी।
नई दिल्लीः कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण जीआईसैट-1 उपग्रह का प्रक्षेपण फिर से टल गया है। सूत्रों ने मंगलवार को इस आशय की जानकारी दी।
जीएसएलवी-एफ10 से जीआईसैट-1 उपग्रह का प्रक्षेपण पांच मार्च को होना था लेकिन कुछ तकनीकी कारणों से यह टल गया था। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की ओर से जारी एक बयान में बताया गया था कि अगली तिथि की घोषणा उचित समय पर की जाएगी।
सूत्रों ने हालांकि बताया कि अगला प्रक्षेपण अप्रैल में करने की योजना थी। सूत्र ने बताया, ‘‘लेकिन लॉकडाउन के कारण अब जीआईसैट-1 का प्रक्षेपण नहीं हो सकता है। उपग्रह के प्रक्षेपण के लिए, उसके विभिन्न पहलुओं पर काम करने के लिए करीब 1,000 लोगों की जरूरत होती है।’’
सूत्र ने बताया कि जीआईसैट-1 के प्रक्षेपण के लिए अभी तक कोई तारीख तय नहीं की गयी है। भारत में उपग्रहों का प्रक्षेपण श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र से होता है।
Geo Imaging Satellite #GISAT1 will help in real time imaging of the Earth from its 36,000 km orbital home. This will find several applications in agriculture, forestry, mineralogy, disaster warning, etc.
— ISRO (@isro) March 3, 2020
Launch on-board #GSLVF10 from Sriharikota on 5th March at 5:43 pm IST. pic.twitter.com/aWkBicakOr