Lockdown: पटना में एक बार फिर से 7 दिनों के लिए पूर्ण लॉकडाउन, सचिवालय में भी लोगों की एंट्री बंद
By अनुराग आनंद | Published: July 8, 2020 04:51 PM2020-07-08T16:51:18+5:302020-07-08T17:13:01+5:30
बिहार की राजधानी पटना में संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए 10 जुलाई से एक सप्ताह के लिए पूर्ण लॉकडाउन लगाने का फैसला किया गया है।
पटना:बिहार में कोरोना संक्रमण के नए मामले में काफी तेजी से वृद्धि हो रही है। कोरोना संक्रमितों की बढ़ते संख्या को देख नीतीश कुमार सरकार के हाथ-पांव फुलने लगे हैं। कल (बुधवार) अकेले पटना शहर में 235 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं। इसके बाद पटना में अगले 7 दिनों के लिए पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की गई है।
पटना जिला क्षेत्र में 10 जुलाई से 16 जुलाई तक पूर्ण लॉकडाउन के आदेश दिए गए हैं। इस दौरान प्रशासन बेहद सख्ती से नियमों का पालन कराएगी।
बता दें कि पटना में दिन प्रतिदिन कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। ऐसे में न सिर्फ अस्पताल व मरीजों के भर्ती के लिए बेड की आने वाले समय में कमी हो सकती है, बल्कि यदि संक्रमण के मामले विस्फोटक हुए तो डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ की भी कमी हो सकती है।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार के सरकारी आवास तक कोरोना वायरस की एंट्री हो चुकी है। सीएम नीतीश कुमार की भतीजी भी कोरोना संक्रमित हो गई है। इसके अलावा, उनके आवास पर सुरक्षा में लगे कई लोगों के भी कोरोना पॉजिटिव आने की खबर है।
Bihar: Patna to remain under lockdown from 10th July to 16th July, orders District Magistrate. #COVID19pic.twitter.com/NxaKk6NirO
— ANI (@ANI) July 8, 2020
सचिवालय में आम आदमी की एंट्री पर रोक-
बता दें कि पटना सचिवालय के कई अधिकारियों के कोरोना संक्रमित होने के बाद से ही आम आदमी की एंट्री पर रोक लगा दी गई है, जबकि पटना सदर का अंचल कार्यालय पहले से ही बंद कर दिया गया है। सीएम हाउस में भी सेनेटाइजेशन किया जा रहा है।
पटना में कोरोना की स्थिति पर डीएम कुमार रवि ने आवश्यक बैठक की है। बैठक के हवाले से सूत्रों के अनुसार पटना में सात दिनों के लिए लॉकडाउन लगाने की घोषणा कर दी गई है। यह शुक्रवार से लागू होगा। डीएम के साथ बैठक में पटना के सिविल सर्जन समेत कई वरीय अधिकारी भी मौजूद थे।
भागलपुर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देख लॉकडाउन-
इसके साथ ही बता दें कि बिहार के भागलपुर में भी कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं। इसे देखते हुए वहां गुरुवार से फिर चार दिनों के लिए लॉकडाउन लागू किया जा रहा है।
जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने इस बाबत निर्देश जारी करते हुए कहा है कि इस दौरान लोग घरों में रहेंगे। प्रशासन लॉकडाउन के प्रावधानों का सख्ती से पालन कराएगा। लॉकडाउन भागलपुर, नवगछिया व कहलगांव के शहरी क्षेत्र में लागू किया जा रहा है।
तेजस्वी के आरोप के बाद सीएम आवास पर 6 डॉक्टरों की तैनाती का आदेश वापस-
कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीच कोविड-19 को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के घर पर लगाए गए डॉक्टर, वेंटिलेटर और नर्सों के मामले पर तेजस्वी यादव ने सवाल खड़े किए थे, जिसके बाद फैलसा मंगलवार की रात वापस ले लिया गया है। प्रदेश में संक्रमित हुए लोगों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 12525 हो गई।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, 'पटना मेडिकल कॉलेज ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आधिकारिक आवास पर छह डॉक्टरों, तीन नर्सों और एक वेंटिलेटर की तैनाती के आदेश को वापस ले लिया है।' उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एक भतीजी और उनके आवास की सुरक्षा में तैनात एक पुलिस अधिकारी के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार में हालात विधानसभा चुनाव कराने लायक नहीं है। बाकी बात चुनाव आयोग देखेगा। जांच बिल्कुल नहीं हो रही है। मुख्यमंत्री की जांच की रिपोर्ट 2 घंटे में आ जाती है। जब खुद पर आपदा आती है तो अपने घर में डॉक्टर भी है, वेंटिलेटर भी और नर्सें भी। CM के आवास पर 6 डॉक्टर, 3 नर्सें और वेंटिलेटर भी है।