अब सबकी निगाहें लॉकडाउन-4 पर, ऑटो रिक्शा, शॉपिंग मॉल, घरेलू उड़ानें हो सकती हैं शुरू
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: May 17, 2020 07:09 AM2020-05-17T07:09:40+5:302020-05-17T07:16:30+5:30
देशभर में इस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र मुंबई, पुणे, सोलापुर, औरंगाबाद और मालेगांव जैसे शहरों में 31 मई तक लॉकडाउन सख्ती से जारी रखने की वकालत की है. वहीं, दूसरा सबसे प्रभावित राज्य होने के बावजूद गुजरात प्रमुख शहरी क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां फिर से शुरू करने के पक्ष में है.
नई दिल्ली: कोविड-19 महामारी के कारण देशभर में 17 मई तक जारी लॉकडाउन के बीच अब सबकी निगाहें सोमवार से शुरू होने वाले लॉकडाउन-4 पर टिकीं हैं. यह चरण अब तक के तीन चरणों से अलग होने की उम्मीद है. चौथे चरण में ऑटो रिक्शा, शॉपिंग मॉल्स और घरेलू उड़ानें कुछ शर्तों के साथ शुरू हो सकती हैं.
इस चरण में नई गाइडलाइन के साथ ग्रीन और ऑरेज जोन में मेट्रो, बस सेवा, नाई की दुकानों, रेस्त्रां, बाजार और घरेलू उपकरण मरम्मत करने की दुकानों को खोलने की अनुमति दी जा सकती है. इसकी अवधि 14 दिनों की हो सकती है. हालांकि, रेड जोन को ढील मिलने के आसार नहीं हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को लॉकडाउन का ऐलान किया था. उसके बाद 12 मई को देश के नाम संबोधन में उन्होंने लॉकडाउन के चौथे चरण के संकेत दिए थे.
प्रधानमंत्री मोदी और उनके सलाहकार पी.के. मिश्रा के साथ समन्वय के बाद कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को लॉकडाउन बढ़ाने के संबंध में मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की थी. सूत्रों के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय में आज भी बैठक हुई. कई राज्यों ने लॉकडाउन मई के अंत तक जारी रखने का सुझाव दिया है.
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम (एनडीएमए) के तहत लॉकडाउन के कदमों की घोषणा करने वाला गृह मंत्रालय उनकी सलाहों पर अंतिम फैसला लेने के लिए गहन मंथन कर रहा है. एक सूत्र ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के अनुरोध पर अधिकांश राज्यों ने शुक्रवार तक लॉकडाउन बढ़ाने के संबंध में अपने सुझाव दिए थे. इनमें से कुछ राज्यों ने लॉकडाउन बढ़ाने का समर्थन किया है, जबकि अधिकांश राज्य प्रतिबंधों में ढील के साथ रेड, ग्रीन, ऑरेंज जोन निर्धारण में केंद्र के बदले अपनी भूमिका चाहते हैं.
महाराष्ट्र चाहता, सख्ती से जारी रहे :
देशभर में इस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र मुंबई, पुणे, सोलापुर, औरंगाबाद और मालेगांव जैसे शहरों में 31 मई तक लॉकडाउन सख्ती से जारी रखने की वकालत की है. वहीं, दूसरा सबसे प्रभावित राज्य होने के बावजूद गुजरात प्रमुख शहरी क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां फिर से शुरू करने के पक्ष में है.
उसका कहना है कि लोग अब घरों में नहीं बैठ सकते हैं. गृह मंत्रालय दिल्ली सरकार के उस सुझाव पर भी विचार कर रहा है, जिसमें उसने बाजार खोलने, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, बस और मेट्रो सेवाओं का संचालन सख्त सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों के साथ शुरू करने का प्रस्ताव दिया है.