आडवाणी-राजनाथ की तरह BJP अध्यक्ष पद छोड़ सरकार में शामिल होंगे अमित शाह!
By निखिल वर्मा | Published: May 28, 2019 08:42 AM2019-05-28T08:42:53+5:302019-05-28T08:42:53+5:30
आडवाणी और राजनाथ सिंह दोनों बीजेपी अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद देश के गृह मंत्री बने हैं। केंद्र सरकार में गृह मंत्री का पद नंबर टू का माना जाता है।
लोकसभा चुनाव में अपने नेतृत्व में बीजेपी को करिश्माई जीत दिलाने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह क्या मोदी सरकार में शामिल होंगे? ये सवाल हर किसी के मन में है। राज्यसभा सांसद अमित शाह ने इस चुनाव में गुजरात के गांधीनगर से लोकसभा चुनाव लड़कर जीत हासिल की है। अरुण जेटली के मंत्री पद संभालने की स्थिति में नहीं होने के कारण भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को सरकार में शामिल होने के लिए मनाने की कोशिश जारी है। वैकल्पिक व्यवस्था होने तक शाह के पार्टी अध्यक्ष पद संभालते रहने की संभावना है।
एक बार और अध्यक्ष बन सकते हैं शाह
2012 में तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी को दोबारा पार्टी की कमान सौंपने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अध्यक्ष के कार्यकाल से सम्बंधित पार्टी के संविधान में संशोधन किया था. इसके साथ ही बीजेपी का कोई भी सदस्य लगातार दो कार्यकाल के लिए अध्यक्ष बन सकता है। बीजेपी अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल का होता है। 2012 से पहले पार्टी संविधान के मुताबिक कोई भी व्यक्ति लगातार दो कार्यकाल के लिए अध्यक्ष नहीं बन सकता था।
लोकसभा चुनाव 2014 में बीजेपी ने पहली बार अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा पार किया था। उस समय राजनाथ सिंह पार्टी अध्यक्ष थे, उन्हें मोदी सरकार में गृह मंत्री की जिम्मेदारी मिली। इसके बाद उन्होंने पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ दिया। राजनाथ सिंह के कार्यकाल को अमित शाह ने पूरा किया। इसके बाद जनवरी, 2016 में अमित शाह दूसरी बार बीजेपी के अध्यक्ष बने। उनका कार्यकाल इसी साल जनवरी 2019 में पूरा हो चुका है। हालांकि सितंबर 2018 में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में संकल्प लिया गया था अमित शाह लोकसभा चुनाव तक पार्टी के अस्थायी अध्यक्ष रहेंगे।
आडवाणी ने भी छोड़ा था पद अध्यक्ष पद
लोकसभा चुनाव 1996 और लोकसभा चुनाव 1998 बीजेपी ने अटल बिहारी वाजपेयी के चेहरे और आडवाणी के कुशल नेतृत्व में लड़ा। दोनों बार पार्टी लोकसभा में सबसे बड़े दल के उभरी। 1996 में सिर्फ 13 दिन में ही अटल सरकार गिर गई थी। इसके बाद अटल सरकार की दोबारा वापसी 1998 में हुई। उस समय लालकृष्ण आडवाणी बीजेपी के अध्यक्ष थे। जब लालकृष्ण आडवाणी अटल सरकार में गृह मंत्री बने तो उन्होंने अध्यक्ष पद छोड़ दिया।
बीजेपी अध्यक्ष कार्यकाल
अटल बिहारी वाजपेयी 1980-86
लालकृष्ण आडवाणी 1986-91
मुरली मनोहर जोशी 1991-93
लालकृष्ण आडवाणी 1993-98
कुशाभाऊ ठाकरे 1998-00
बंगारू लक्ष्मण 2000-01
जना कृष्णमूर्ति 2001-02
वैकेंया नायडू 2002-04
लालकृष्ण आडवाणी 2004-05
राजनाथ सिंह 2005-09
नितिन गडकरी 2009-13
राजनाथ सिंह 2013-14
अमित शाह 2014 से लगातार
आडवाणी और राजनाथ सिंह दोनों बीजेपी अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद देश के गृह मंत्री बने है। केंद्र सरकार में गृह मंत्री का पद नंबर टू का माना जाता है। अगर स्वास्थ्य कारणों से अरुण जेटली और सुषमा स्वराज मोदी सरकार में शामिल नहीं होते है तो इस बात की ज्यादा संभावना है कि अमित शाह सरकार में पीएम मोदी के हाथ मजबूत करेंगे।