लश्कर और आईएस के साथ प्लान बना रही है पाकिस्तानी सेना, अफगानिस्तान में भारतीय अधिकारियों को बनाना चाहती है निशाना
By स्वाति सिंह | Published: July 23, 2019 10:53 AM2019-07-23T10:53:58+5:302019-07-23T10:53:58+5:30
सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि अभी हाल में हुई लश्कर आतंकियों और पाकिस्तान आर्मी के बीच हुई मीटिंग में यह योजना बनाई गई है।
लश्कर-ए-तैयबा और आईएसआईएसपाकिस्तानी सेना के साथ मिलकर अफगानिस्तान में स्थित भारतीय संपत्तियों पर हमले की योजना बना रहा है। केवल भारत ही नहीं बल्कि अमेरिका की संपत्तियों और हितों को निशाना बना सकते हैं। इस बात की जानकारी सुरक्षा एजेंसियों ने दी।
सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि अभी हाल में हुई लश्कर आतंकियों और पाकिस्तान आर्मी के बीच हुई मीटिंग में यह योजना बनाई गई है। उनका यह भी कहना है कि उस मीटिंग पाकिस्तान इंटेलीजेंस एजेंसी और आईएसआई के अधिकारी मौजूद थे। यह मीटिंग अफगानिस्तान के दनगाम जिले में आने जाबा में हुई है। इस मीटिंग में यह निर्देश दिए गए हैं कि वह भारत और अमेरिकी संपत्तियों को निशाना बनाए। इसके अलावा लश्कर को अलग-अलग तरह के हमले करने के निर्देश दिए गए हैं।
मालूम हो कि यह जानकारी ऐसे समय में आई है जब लश्कर, जमात-उद-दावा (जेयूडी) और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) जैसे ग्रुप पर लगाम लगाने के लिए पाकिस्तान पर फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की तरफ से ब्लैकलिस्ट होने का दबाव बढ़ गया है। बता दें कि लश्कर के संस्थापक हाफिज सईद को हाल ही में आतंकी फंडिंग के आरोपों में गिरफ्तार किया गया है।
अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन और यूएन के के पैनल में भी कहा गया कि अफगानिस्तान में लश्कर के सैंकड़ों आतंकी मौजूद हैं। हिंदुस्तान टाइम्स ने पेंटागन की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि लश्कर के गुर्गों की संख्या 300 है। जबकि यूएन ने कहा है कि कुनार और नानगरहार प्रांत में लश्कर के 500 आतंकी सक्रिय हैं।