'प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति अति-दयनीय', बसपा सुप्रीमो मायावती ने कानून-व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा
By भाषा | Published: August 18, 2020 11:45 AM2020-08-18T11:45:53+5:302020-08-18T11:45:53+5:30
मायावती ने एक दूसरे ट्वीट में कहा कि इन जघन्य घटनाओं को देखे तो जनता को सपा व भाजपा सरकार की कार्यशैली में कोई खास अन्तर देखने को नहीं मिल रहा है।
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए मंगलवार को कहा कि उत्पीड़न, बलात्कार, हत्या आदि की घटनायें साबित करती हैं कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति अति-दयनीय है ।
मंगलवार को मायावती ने एक ट्वीट में कहा कि ''यूपी में सभी वर्गों/धर्मों व खासकर दलितों के साथ आए दिन द्वेष, उत्पीड़न, बलात्कार, हत्या आदि की मानवता को शर्मसार करने वाली घटनायें साबित करती हैं कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति अति-दयनीय है। इन घटनाओं के प्रति सरकारी लीपापोती से हालात में और बिगड़ रहे हैं, सरकार ध्यान दे।''
उन्होंने भाजपा के साथ-साथ सपा और कांग्रेस पर भी निशाना साधा। मायावती ने एक दूसरे ट्वीट में कहा कि इन जघन्य घटनाओं को देखे तो जनता को सपा व भाजपा सरकार की कार्यशैली में कोई खास अन्तर देखने को नहीं मिल रहा है। कांग्रेस पार्टी के राज में तो यहाँ पीड़ितों की एफआइआर तक भी नहीं दर्ज की जाती थी। साथ ही उस दौरान मीडिया भी आज की तरह उतना सक्रिय नहीं था।''
उधर, सोमवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में अपराध की हालिया घटनाओं को लेकर प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि राज्य में ‘जंगलराज’ चरम पर है। उन्होंने सरकार से कानून-व्यवस्था की समीक्षा कर सुरक्षा को लेकर कदम उठाने की मांग की। राज्य के आजमगढ़ जिले में पिछले दिनों एक दलित ग्राम प्रधान की हत्या के मामले को लेकर राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘उत्तर प्रदेश में जातीय हिंसा और बलात्कार का जंगलराज चरम पर है। अब एक और भयानक घटना- सरपंच सत्यमेव ने दलित होकर ‘ना’ कहा जिसके कारण उनकी हत्या कर दी गयी। सत्यमेव जी के परिवारजनों को संवेदनाएं।’’