झारखंड: CAA समर्थक रैली पर पथराव, लोहरदगा में लगा कर्फ्यू, स्कूल-कॉलेज दो दिनों के लिए बंद
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 24, 2020 09:51 AM2020-01-24T09:51:57+5:302020-01-24T09:51:57+5:30
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने आरोप लगाया कि 25 दिनों में ही हेमंत सोरेन की सरकार ने अराजकता की हद पार कर दी है
झारखंड लोहरदगा में गुरुवार को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के समर्थन में निकले जुलूस पर जमकर पथराव हुआ। इसके बाद पूरे शहर में जमकर बवाल और आगजनी हुई। प्रशासन ने लोहरदगा में कर्फ्यू घोषित कर दिया है। वहीं स्कूल कॉलेज को दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। लोहरदगा के डीसी ने कहा है कि स्थिति नियंत्रण में है और अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं।
Lohardaga Dist Collector: Curfew imposed in Lohardaga. Schools-colleges to remain closed for 2 days. After this,decision will be taken as per situation. Situation under control. Extra forces deployed. #Jharkhand
— ANI (@ANI) January 24, 2020
Violence erupted y'day in Lohardaga town following a pro-CAA rally
भाजपा ने साधा सरकार पर निशाना
भाजपा ने लोहरदगा में सीएए समर्थक जुलूस पर हुए पथराव और हिंसक घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए इसे पूरे तरीके से झारखंड सरकार और प्रशासन की विफलता बताया है। विपक्षी दल ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार तुष्टीकरण की राजनीति से पूरे प्रदेश को जलाने पर उतारू है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि लोहरदगा में शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे लोगों पर असामाजिक तत्वों ने पेट्रोल बम फेंके और पत्थर चलाए और तलवार, डंडे से हमला किया। प्रशासन पूरे घटना पर मूकदर्शक बना रहा और बाद में जब हंगामा बढ़ा तो उसने कर्फ्यू लगा दिया।
उन्होंने कहा की राज्य सरकार की शह पर अब शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने वालों पर भी हमला किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह साफ दिख रहा है कि राज्य सरकार लोकतंत्र का गला घोंटने पर आमादा है। प्रतुल शाहदेव ने कहा की शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे जुलूस पर जिस तरीके से हमला हुआ यह एक बड़ी साजिश का हिस्सा प्रतीत होता है। नई सरकार के गठन के बाद ही पूरे प्रदेश में अराजकता चरम पर है। महिलाओं के साथ अपराध की घटनाएं बढ़ी हैं। झारखंड राज्य बनने के बाद चाईबासा में अब तक का सबसे बड़ा आदिवासियों का नरसंहार हुआ। जिसमें चाईबासा में सुनियोजित तरीके से सात लोगों को जघन्य तरीके से मार दिया गया।
लोहरदग्गा में एक समुदाय विशेष के लोगों को टारगेट करके हमला किया गया। पुलिस की उपस्थिति में उपद्रवकर्मी दुकानों और वाहनों को जलाते रहे। प्रतुल ने कहा की जिस तरीके से शांतिपूर्वक जुलूस निकाल रहे लोगों पर हमला किया गया तो यह पूरा प्रकरण पूर्व नियोजित साजिश प्रतीत होती है। उन्होंने कहा की राज्य सरकार तुष्टीकरण के कारण पूरे प्रदेश को आग में झोंकने का कार्य कर रही है। प्रतुल ने कहा की भाजपा यह मांग करती है की हमलवारों की तुरंत शिनाख्त करके उनकी अविलंब गिरफ्तारी की जाए और पूरे घटना पर मूकदर्शक रहे अधिकारियों पर भी कार्रवाई भी हो।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने आरोप लगाया कि 25 दिनों में ही हेमंत सोरेन की सरकार ने अराजकता की हद पार कर दी है और ऐसे में भाजपा चुप नहीं बैठेगी। इस बीच, भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने चाईबासा में हुई आदिवासियों की निर्मम हत्या को लेकर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और अपना ज्ञापन सौंपा।