झारखंड में लालू यादव की पार्टी RJD एकबार फिर से टूट के कगार पर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 23, 2019 04:07 PM2019-06-23T16:07:38+5:302019-06-23T16:07:38+5:30
लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम आने के पहले से ही झारखंड में संकट के दौर से गुजर रही राजद अब एक बार फिर से टूटने के कगार पर पहुंच गई है.
चारा घोटाले सहित विभिन्न मामलों में संकटों के दौर से गुजर रहे राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को अब झारखंड में भी झटका लग रहा है. लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के पहले से ही झारखंड में संकट के दौर से गुजर रही राजद अब एक बार फिर से टूटने के कगार पर पहुंच गई है.
लोकसभा चुनाव के दौरान ही राजद के प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी राजद छोड़कर भाजपा में शामिल हो गई थी और उस वक्त आनन फानन में फिर से एक बार गौतम सागर राणा को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया था. लेकिन चुनाव परिणाम आते ही गौतम सागर राणा को हटाकर कर अभय सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया. ऐसे में गौतम सागर राणा के गुट ने 21 जुन तक पुनर्विचार करने का समय दिया था. लेकिन कार्रवाई नहीं किये जाने के बाद झारखंड में राजद का टूटना अब लगभग तय माना जा रहा है.
गौतम सागर राणा ने लालू यादव पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि लालू यादव आखिर कौन से कारण से मजबूर हैं? यह हम नहीं जानते हम सभी जगह गए, लेकिन किसी ने मेरी बात नही सुनी. साथ ही नए प्रदेश अध्यक्ष अभय सिंह को हटाने को लेकर राष्ट्रीय नेतृत्व किसी तरह का विचार करते नजर नहीं आ रही है. जिसको लेकर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर राणा का गुट राजद से अलग होकर एक अपनी अलग पार्टी बनाने या फिर विपक्षी दलों में शामिल होने का संकेत दे दिया है. गौतम सागर राणा ने यह भी कहा कि लालू यादव के साथ हम 40 वर्षों से हैं. लेकिन लालू अब बदल गए, हम उस लालू को ढूंढ रहे हैं जो पहले थे.
वहीं, वर्तमान राजद प्रदेश अध्यक्ष अभय सिंह ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि राजद अटूट है, पार्टी अपनी स्थिति को और मजबूत करने में जुटी है. उन्होंने कहा गौतम सागर राणा का तो वो अपने कुछ लोगों के सहारे अपने पॉकेट से पार्टी चलाना चाहते है जो कि बिल्कुल गलत है. उन्होंने कहा उनके पार्टी से चले जाने से राजद के सेहत पर कोई फर्क नही पडता. ऐसे में अब सब की निगाहें गौतम सागर राणा के गुट की बैठक पर टिकी है. जिसमें देखना है कि वह क्या निर्णय लेते हैं.