मुश्किलों में लालू प्रसाद यादव का परिवार, कोर्ट ने स्वीकारा तेजस्वी के खिलाफ मानहानि का केस
By एस पी सिन्हा | Published: August 29, 2018 07:12 PM2018-08-29T19:12:31+5:302018-08-29T19:12:31+5:30
तेजस्वी के खिलाफ मानहानि और जानबूझकर शांति भंग करने की धारा के तहत केस दर्ज किया गया है। तेजस्वी यादव के खिलाफ नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा ने परिवाद दर्ज कराया है।
पटना, 29 अगस्त: लालू परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। लालू परिवार के लाख प्रयास के बाद भी मुसीबत लगातार बढती जा रही है। इसी क्रम में आज मुजफ्फरपुर कोर्ट ने बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ केस स्वीकार कर लिया है।
तेजस्वी के खिलाफ मानहानि और जानबूझकर शांति भंग करने की धारा के तहत केस दर्ज किया गया है। तेजस्वी यादव के खिलाफ नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा ने परिवाद दर्ज कराया है। ये मामला मुजफ्फरपुर के बालिका गृह से जुडा है। जिसमें तेजस्वी यादव द्वारा नाम घसीटे जाने को लेकर मंत्री सुरेश शर्मा ने परिवाद दर्ज कराया है। ये परिवाद मानहानि और प्रतिष्ठा हनन को लेकर दर्ज कराया गया है।
सीजेएम कोर्ट ने आईपीसी की धारा 500 और 504 के तहत केस स्वीकार किया है। अब इस मामले में 20 सितंबर को अगली सुनवाई होगी। तेजस्वी के खिलाफ मानहानि और जान बूझकर शांति भंग करने की धारा के तहत केस दर्ज किया गया है। दर्ज धाराओं में अधिकतम दो साल की सजा का प्रावधान है।
उल्लेखनीय है कि तेजस्वी यादव ने मंत्री सुरेश शर्मा पर बालिका गृह मामले में शामिल होने का आरोप लगाया था। तेजस्वी ने कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी मंत्री सुरेश शर्मा को बचा रहे हैं। उन्हें मंत्री से इस्तीफा ले लेना चाहिए। नीतीश कुमार और सुशील मोदी पहले मंजू वर्मा को भी बचा रहे थे, लेकिन जब विपक्ष ने आवाज उठाई तो उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।
मुख्यमंत्री अगर मंत्री से इस्तीफा नहीं लेते हैं तो विपक्ष के नेता के रूप में मैं अपना काम शुरू करूंगा। मंत्री को इस्तीफा देना होगा। सुरेश शर्मा के द्वारा मानहानि का केस दर्ज करने की धमकी देने से मैं डरने वाला नहीं हूं। वह चाहें तो एक हजार करोड रुपये या इससे भी अधिक की मानहानि का केस कर सकते हैं।