लखीमपुर खीरी हिंसाः पंजाब, हरियाणा सहित कई जगह प्रदर्शन, विपक्ष का हमला, विपक्षी नेताओं की आवाज दबाना क्या भाजपा की नई रणनीति है?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 4, 2021 05:33 PM2021-10-04T17:33:18+5:302021-10-04T17:35:57+5:30
Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया इलाके में भड़की हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई थी। हिंसा के सिलसिले में केंद्रीय मंत्री के बेटे और कई अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
चंडीगढ़ः उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के सिलसिले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पंजाब और हरियाणा में आक्रोशित किसानों ने सोमवार को दोनों राज्यों में कई स्थानों पर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों ने विभिन्न स्थानों पर केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार के पुतले फूंके और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ नारेबाजी की। उपायुक्तों के कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन कर किसानों ने मांग की कि हिंसा के सिलसिले में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाए।
प्रदर्शन पंजाब के पटियाला, मोहाली, फिरोजपुर, अमृतसर, रूपनगर, मोगा, और मुक्तसर जबकि हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र तथा फतेहाबाद और केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में किये गये। प्रदर्शनकारियों ने किसानों के खिलाफ टिप्पणी के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की।
Farmers under Samyukt Kisan Morcha today held a protest outside the office of Aligarh District Commissioner over Lakhimpur Kheri violence pic.twitter.com/S4S5E3C6MB
— ANI UP (@ANINewsUP) October 4, 2021
खट्टर ने रविवार को यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) किसान मोर्चा की एक बैठक के दौरान कथित तौर पर “जैसे को तैसा” संबंधी टिप्पणी की थी और उन्होंने वहां मौजूद लोगों से 500 से 1000 लोगों का समूह बनाने और जेल जाने के लिये भी तैयार रहने को कहा था।
किसानों को कुचलना और विपक्ष की आवाज़ दबाना क्या भाजपा की नई रणनीति है? : संजय राउत
शिवसेना सांसद संजय राउत ने सोमवार को पूछा कि किसानों को कुचलना और उनके समर्थन में आए विपक्षी नेताओं की आवाज दबाना क्या भाजपा की नई रणनीति है? इससे एक दिन पहले उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों के प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई थी।
राउत ने यहां संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि जब (पिछले महीने) मुंबई के साकीनाका में बलात्कार की घटना हुई, तो भाजपा ने हंगामा किया और “हमने (राज्य सरकार ने) किसी को भी अपराध स्थल पर जाने से नहीं रोका।” राज्यसभा सदस्य ने पूछा, “(लखीमपुर खीरी में) कथित तौर पर एक मंत्री के बेटे की कार से किसानों को कुचल दिया गया है। इतनी क्रूरता कहां से आती है?"
महाराष्ट्र में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी एवं कांग्रेस की गठबंधन सरकार है। उन्होंने कहा कि (उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार ने) कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और अन्य नेताओं को केंद्र के तीन कृषि कानून को रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए लखीमपुर खीरी जाने से रोक दिया है।
राउत ने कहा, “किसानों को कुचलने और उनके साथ एकजुटता दिखाने वाले विपक्षी नेताओं की आवाज दबाना क्या भाजपा की नई रणनीति है?” शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों के हितों के बारे में बोलते हैं, जबकि भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकारें किसानों को कारों से कुचलकर मारती हैं। राउत ने लखीमपुर खीरी की घटना की तुलना क्रांतिकारी बाबू जेनु के मामले से की, जिन्हें स्वतंत्रता संग्राम के दौरान मुंबई में प्रदर्शन के दौरान एक ब्रिटिश ट्रक ने कुचल दिया था।