पश्चिम बंगालः नागरिता कानून और NRC के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के बाद अब ममता बनर्जी कोलकाता की सड़कों पर उतरीं
By रामदीप मिश्रा | Published: December 16, 2019 01:35 PM2019-12-16T13:35:59+5:302019-12-16T13:35:59+5:30
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ सड़कों पर उतरने के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्णय की सोमवार को आलोचना की और उन्होंने कहा कि वह असंवैधानिक एवं भड़काऊ कार्य करने से बचें।
एक ओर जहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ राज्य में विभिन्न स्थानों पर हुए हिंसक प्रदर्शन और तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी, वहीं सोमवार को वह खुद विरोध प्रदर्शन करने के लिए कोलकाता की सड़कों पर उतरी हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, ममता बनर्जी संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी का विरोध करने के लिए कोलकाता में सड़कों पर मार्च किया है। इस दौरान भारी संख्या में तृणमूल कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ा है। यह रैली रेड रोड पर बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिमा के पास से शुरू हुई है और जोरासांको ठाकुरबाड़ी पर खत्म होगी।
मुख्यमंत्री नागरिकता संशोधन कानून को तत्काल रद्द करने की मांग करते हुए अगले तीन दिनों तक राज्य भर में विरोध रैली करेंगी। बनर्जी ने पहले भी कई मौकों पर कहा है कि वह इसे बंगाल में लागू नहीं होने देंगी।
Kolkata: West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee takes out a protest march against #CitizenshipAmendmentAct and #NRCpic.twitter.com/wWjHziRaLz
— ANI (@ANI) December 16, 2019
इधर, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ सड़कों पर उतरने के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्णय की सोमवार को आलोचना की और उन्होंने कहा कि वह असंवैधानिक एवं भड़काऊ कार्य करने से बचें।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को राज्य में स्थिति बेहतर करने पर ध्यान देना चाहिए, जहां पिछले तीन दिनों से कानून को लेकर प्रदर्शन हिंसक हो गया है। राज्यपाल ने पहले भी बनर्जी के कानून का विरोध करने पर सवाल उठाते हुए कहा था कि संवैधानिक पद पर विराजमान कोई भी व्यक्ति कानून का विरोध नहीं कर सकता।