कौन हैं विनीत गोयल? डॉक्टर्स ने उन्हें कोलकाता पुलिस कमिश्नर पद से हटाने की क्यों की मांग, जानें
By मनाली रस्तोगी | Published: September 17, 2024 08:59 AM2024-09-17T08:59:15+5:302024-09-17T09:12:08+5:30
Kolkata RG Kar rape-murder case: सोमवार रात जूनियर डॉक्टरों से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कोलकाता पुलिस सीपी विनीत गोयल के ट्रांसफर पर सहमति की घोषणा की।
Kolkata RG Kar rape-murder case: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विनीत गोयल को कोलकाता पुलिस आयुक्त (सीपी) के पद से हटाने और पुलिस के साथ-साथ राज्य स्वास्थ्य विभाग के शीर्ष अधिकारियों के एक वर्ग को उनके संबंधित पदों से स्थानांतरित करने के अपने फैसले की घोषणा की।
ममता बनर्जी ने 9 अगस्त को बलात्कार और हत्या की शिकार आरजी कर मेडिकल एंड हॉस्पिटल की ट्रेनी डॉक्टर के लिए न्याय की मांग करते हुए जूनियर डॉक्टर्स द्वारा रखे गए पांच सूत्री मांगपत्र को स्वीकार किया।
इस पत्र के जरिये डॉक्टर्स ने मांग की थी कि चिकित्सा शिक्षा निदेशक और स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक के अलावा डिप्टी कमिश्नर (उत्तर डिवीजन) को हटाने की घोषणा की जाए, जिन्होंने कथित तौर पर पीड़िता के माता-पिता को रिश्वत की पेशकश की थी। बनर्जी ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट में निर्धारित सुनवाई खत्म होने के बाद हम मंगलवार शाम 4 बजे के बाद नए पुलिस कमिश्नर के नाम की घोषणा करेंगे।"
कौन हैं कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल?
दिसंबर 2021 में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विनीत कुमार गोयल ने कोलकाता के पुलिस आयुक्त के रूप में सौमेन मित्रा का स्थान लिया। 1994-बैच के अधिकारी, विनीत गोयल आईआईटी खड़गपुर और आईआईटी कानपुर के पूर्व छात्र हैं।
अपने पूरे करियर के दौरान विनीत गोयल ने कोलकाता पुलिस के भीतर विभिन्न पदों पर काम किया है, जिसमें पूर्वी उपनगरीय डिवीजन, विशेष शाखा और मुख्यालय के पुलिस उपायुक्त भी शामिल हैं। उन्होंने विशेष कार्य बल और यातायात के लिए संयुक्त पुलिस आयुक्त के साथ-साथ अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के रूप में भी काम किया है।
विनीत गोयल को दो बार वीरता के लिए पुलिस पदक के साथ-साथ सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक और उत्कृष्ट सेवा के लिए मुख्यमंत्री पदक से सम्मानित किया जा चुका है।
कोलकाता सीपी विनीत गोयल पर आरोप
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में कथित बलात्कार और हत्या के बाद प्रदर्शनकारी डॉक्टर्स की प्रमुख मांग कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल को हटाना है। डॉक्टर और विपक्षी दल दोनों का दावा है कि पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार की तरह विनीत गोयल भी ममता बनर्जी के प्रति वफादार हैं।
14 अगस्त को एक विरोध मार्च के दौरान आरजी कर अस्पताल में हुई बर्बरता से निपटने के लिए विनीत गोयल को तीखी आलोचना का सामना करना पड़ा है। जूनियर डॉक्टरों ने उन पर स्थिति को गलत तरीके से प्रबंधित करने और प्रक्रियात्मक खामियों को दूर करने में विफल रहने का आरोप लगाया, जिसके कारण व्यापक विरोध प्रदर्शन हुआ।
बढ़ती राजनीतिक प्रतिक्रिया में उनकी भूमिका एक केंद्र बिंदु बन गई है, सरकार की प्रतिक्रिया केवल जांच में शामिल हो रही है। हाल ही में टेलीविजन पर प्रसारित एक प्रशासनिक बैठक में ममता बनर्जी ने उल्लेख किया कि विनीत गोयल ने इस्तीफा देने की इच्छा व्यक्त की थी, लेकिन उन्होंने उनके अनुरोध को अस्वीकार कर दिया।
हाल की घटनाओं को लेकर उनके रवैये से असंतोष गहरा गया है, खासकर 14 अगस्त की अस्पताल घटना के बाद, जिससे उनके नेतृत्व के खिलाफ जनता में असंतोष और बढ़ गया है।
निराश दिख रहे कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने 15 अगस्त को कहा कि अफवाहों और दुर्भावनापूर्ण सोशल मीडिया अभियान ने पुलिस पर जनता का भरोसा कम कर दिया है। उनकी टिप्पणी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भीड़ के साथ पुलिस की झड़प के बाद आई।
विनीत गोयल ने कहा कि पुलिस ने युवा डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले को संभालने में कुछ भी गलत नहीं किया है, जिससे व्यापक आक्रोश फैल गया और हजारों लोग न्याय की मांग करने और रात को वापस पाने के लिए सड़कों पर उतर आए।