Kolkata Doctor Rape-Murder: पीड़िता के शरीर में 150 mg... गैंगरेप संदेह! मां-पिता पहुंचे कोर्ट, जानिए फिर क्या हुआ..
By आकाश चौरसिया | Published: August 14, 2024 04:49 PM2024-08-14T16:49:00+5:302024-08-14T17:10:28+5:30
कोलकाता रेप-मर्डर केस: आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए हादसे ने देशवासियों को हिला कर रख दिया है। हालांकि, जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है वो और चौंकाने वाली है, जिसे देखते हुए हाईकोर्ट ने ये मामला सीबीआई को सौंप दिया।
कोलकाता रेप-मर्डर केस:कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 31 वर्षीय जूनियर डॉक्टर का पिछले दिनों रेप और मर्डर कर दिया गया, जिसके बाद घटना के सामने आते ही देशवासियों को हिला कर रख दिया है। हालांकि, अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के जरिए पता चला है कि मृतका के शरीर में 150 मिलीग्राम वीर्य मिले थे, जिससे कहीं न कहीं गैंग रेप होने की बात सामने आई। हालांकि, पीड़िता के माता-पिता ने इस बात का खुलासा कलकत्ता हाईकोर्ट में किया, जिसके बाद इस केस की गंभीरता को देखते हुए कोर्ट ने मामला सीबीआई को सौंप दिया है।
माता-पिता ने कोर्ट में दायर याचिका में इस बात का भी जिक्र किया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि उनकी बेटी की मौत गला घोंटने से हुई, जिससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि बेटी के साथ यौन उत्पीड़न भी हुआ है।
याचिकाकर्ता के द्वारा कोर्ट में पेश की गई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैरान कर देने वाली जानकारी सामने आई है, जिससे उस मंजर को सोच के ही रूंह कांप जाती है। उनकी बेटी के शरीर पर कई चोटों के निशान भी थे, जो क्रूर और हिंसक हमले का संकेत देते हैं।
पीड़ित के सिर के कई हिस्सों पर चोट के निशान होने का भी खुलासा हुआ। याचिका में कहा, "दोनों कानों पर चोट के निशान हैं, जिससे हिंसक संघर्ष का पता चलता है। उसके होंठ घायल हो गए थे, जिससे पता चलता है कि हमले के दौरान उसे चुप करा दिया गया या उसका मुंह बंद कर दिया गया था।"
हुआ सामूहिक बलाकत्कार!
याचिका में यह भी कहा गया कि उसकी गर्दन पर काटने के निशान पाए गए, जो हमले की गंभीरता को रेखांकित करते हैं। इसमें कहा गया कि शव परीक्षण में पीड़िता के शरीर में 150 मिलीग्राम वीर्य पाया गया, "यह मात्रा एक से अधिक व्यक्तियों के शामिल होने का संकेत देती है, जिससे सामूहिक बलात्कार के संदेह की पुष्टि होती है"।
मामला सीबीआई को हस्तांतरित होने से पहले, कोलकाता पुलिस ने अस्पताल में अक्सर आने वाले एक संविदा काम कर रहे केस में बनाए गए आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार किया गया था। माता-पिता की याचिका में कहा गया, "किसी अन्य अपराधी को गिरफ्तार करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया, जबकि सबूत स्पष्ट रूप से इंगित करते हैं कि उनकी बेटी सामूहिक बलात्कार और हत्या की शिकार थी, एक ऐसा अपराध जो अकेले एक व्यक्ति द्वारा नहीं किया जा सकता था।"
उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया..
माता-पिता ने कोर्ट में इस बात का उल्लेख भी किया कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल और दूसरे स्टेकहोल्डर भी पीड़िता की सुरक्षा के जिम्मेदार हैं, इस केस में उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया।