कोलकाता: आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में बलात्कार और हत्या की शिकार हुई 31 वर्षीय प्रशिक्षु डॉक्टर की मां ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री से आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों की 5 सूत्री मांगों को स्वीकार करने का आग्रह किया है।
मृत डॉक्टर की मां ने कहा, "हम चाहते हैं कि सीएम जूनियर डॉक्टरों की 5 सूत्री मांगों को स्वीकार करें और समाधान निकालें। मैं देख रही हूं कि प्रशासन, पुलिस प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग सभी दोषी हैं। जूनियर डॉक्टर बहुत पीड़ित हैं, हम चाहते हैं कि उनसे बात करके और उनकी मांगों को मानकर जल्द से जल्द समाधान निकाला जाए।"
यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आंदोलनकारी डॉक्टरों को बातचीत के लिए अपने आवास पर मुलाकात की। गतिरोध को हल करने के लिए आज 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री के आवास पर पहुंचा। बनर्जी ने इससे पहले साल्ट लेक के स्वास्थ्य भवन में आंदोलनकारी डॉक्टरों से मुलाकात की थी और उनसे काम पर लौटने की अपील की थी।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में रात्रि पाली में काम कर रही एक स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई, जिसके बाद देश भर में जूनियर डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया और 'काम बंद' कर दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने जूनियर डॉक्टरों को सरकार की किसी कार्रवाई से बचने के लिए मंगलवार शाम तक काम पर लौटने का निर्देश दिया है, लेकिन डॉक्टर अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं। मंगलवार से ही डॉक्टर कोलकाता में स्वास्थ्य भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जो बंगाल सरकार के स्वास्थ्य विभाग का मुख्यालय है।
क्या हैं 5 मांगें?
1. प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या में शामिल सभी लोगों को सजा और सबूतों को नष्ट करना2. आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई3. कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल और स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम का इस्तीफा4. स्वास्थ्य कर्मियों के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था5. सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में व्याप्त 'धमकी संस्कृति' को खत्म करना