जानें किस दिन चुना जाएगा 'श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट' का अध्यक्ष, हो सकता है मंदिर निर्माण शुरू होने की तारीख का ऐलान
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: February 10, 2020 08:07 AM2020-02-10T08:07:30+5:302020-02-10T08:23:50+5:30
केंद्र से मिला 1 रुपए का चंदा केंद्र की ओर से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए गठित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को पहले दान के तौर पर नकद 1 रुपए का दान दिया गया है, ताकि ट्रस्ट अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण की दिशा में काम शुरू कर सके. केंद्र सरकार की ओर से यह दान ट्रस्ट को गृह मंत्रालय में अवर सचिव डी. मुर्मू ने दिया.
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण तथा उसकी देखरेख के लिए केंद्र सरकार की ओर से बनाए गए 'श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट' की पहली बैठक आगामी 19 फरवरी को दिल्ली में बुलाई गई है. इस बैठक में राम मंदिर के निर्माण की तारीख का ऐलान किए जाने की संभावना है. बैठक में ट्रस्ट के अध्यक्ष, महामंत्री और कोषाध्यक्ष का चुनाव किए जाने की योजना है. साथ ही दो अतिरिक्त सदस्यों का चुनाव भी किया जा सकता है.
सूत्रों के अनुसार, आगामी रामनवमी (2 अप्रैल) या अक्षय तृतीया (26 अप्रैल) से राम मंदिर का निर्माण शुरू करने पर सहमति बन सकती है. यह ट्रस्ट अचल संपत्ति सहित बिना किसी शर्त के किसी भी व्यक्ति से किसी भी रूप में दान, अनुदान, अंशदान, योगदान ले सकता है. उल्लेखनीय है कि इसी महीने केंद्र सरकार ने अयोध्या में राम मंदिर ट्रस्ट बनाने के लिए मंजूरी दी थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में इसकी घोषणा करते हुए कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुसार सरकार ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के गठन का प्रस्ताव पारित किया है. यह ट्रस्ट अयोध्या में भव्य और दिव्य राम मंदिर के निर्माण और उससे संबंधित विषयों पर निर्णय लेने के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा.
केंद्र से मिला 1 रुपए का चंदा केंद्र की ओर से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए गठित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को पहले दान के तौर पर नकद 1 रुपए का दान दिया गया है, ताकि ट्रस्ट अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण की दिशा में काम शुरू कर सके. केंद्र सरकार की ओर से यह दान ट्रस्ट को गृह मंत्रालय में अवर सचिव डी. मुर्मू ने दिया.
ट्रस्ट में इन्हें मिली है जगह श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में कुल 15 सदस्यों को शामिल किया गया है. ट्रस्ट में अयोध्या केस में लंबे समय से हिंदू पक्ष की पैरवी करने वाले के. परासरण को ट्रस्टी बनाया गया है. पराशरण के अलावा इस ट्रस्ट में जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज, जगद्गुरु माधवाचार्य स्वामी विश्व प्रसन्नतीर्थ जी महाराज, युगपुरु ष परमानंद जी महाराज और स्वामी गोविंद देेव गिरी महाराज भी शामिल हैं.
साथ ही अयोध्या राज परिवार के बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, होम्योपैथी के डॉक्टर और संघ के अवध प्रांत के प्रांत कार्यवाह डॉ. अनिल कुमार मिश्र, 1989 के राम मंदिर आंदोलन में पहली ईंट रखने वाले पहले कारसेवक कामेश्वर चौपाल, निमार्ेही अखाड़ा के महंत दिनेंद्र दास भी ट्रस्ट में शामिल हैं.