महाराष्ट्र और हरियाणा में सरकार बनाने के लिए क्या होना चाहिए संख्या बल, कुछ इस तरह जानिए
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 24, 2019 09:01 AM2019-10-24T09:01:34+5:302019-10-24T09:02:24+5:30
अधिकारियों ने बताया कि राज्य की 288 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना आरंभ हुई। हरियाणा में 90 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव के लिए बृहस्पतिवार सुबह मतगणना आरंभ हो गई।
महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे आरंभ हो गई। इन सीटों पर मतदान 21 अक्टूबर को यानी सोमवार को हुआ था।
महाराष्ट्र में 288 सीट के लिए 145 विधायक के बल पर सरकार बना सकते है। उसी तरह हरियाणा में 90 विधानसभा में 46 सीट के बल पर सरकार बना सकते है। अधिकारियों ने बताया कि राज्य की 288 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना आरंभ हुई। हरियाणा में 90 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव के लिए बृहस्पतिवार सुबह मतगणना आरंभ हो गई। राज्य में सोमवार को मतदान हुआ था। इस चुनाव में भाजपा को दोबारा सत्ता में आने की उम्मीद है और अधिकतर एग्जिट पोल में भी पार्टी को आसान जीत मिलने की संभावना जताई गई है।
एग्जिट पोल (मतदान के बाद सर्वेक्षण) ने राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा-शिवसेना गठबंधन की आसान जीत की संभावना जताई है। मतगणना ड्यूटी के लिए करीब 25,000 कर्मियों की तैनाती की गयी है। मतगणना शांतिपूर्वक कराने के लिए पुलिस विभाग ने भी पर्याप्त इंतजाम किए हैं ।
एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार को 61.13 प्रतिशत मतदान हुआ था जबकि वर्ष 2014 में 63.20 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था । सबसे ज्यादा कोल्हापुर की करवीर सीट पर 83.93 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि सबसे कम दक्षिण मुंबई के कोलाबा क्षेत्र में 40.11 प्रतिशत मतदान हुआ । सोमवार को सातारा लोकसभा क्षेत्र के लिए भी उपचुनाव हुआ था। यहां पर 67.15 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
हर विधानसभा क्षेत्र पर एक मतदान केंद्र बनाया गया है। गुड़गांव के बादशाहपुर में मतदान केंद्रों की अधिक संख्या के मद्देनजर एक अतिरिक्त केंद्र भी बनाया गया है। राज्य में सोमवार को 68 प्रतिशत मतदान हुआ था जो 2014 विधानसभा चुनाव के हुए 76.54 प्रतिशत मतदान से कम है।
हरियाणा में विभिन्न राजनीतिक दलों से 105 महिलाओं सहित कुल 1,169 उम्मीदवार चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, जेजेपी के दुष्यंत चौटाला और इनेलो के अभय सिंह चौटाला शामिल हैं। खट्टर के नेतृत्व में भाजपा ने 75 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है, जबकि कांग्रेस राज्य में वापसी करने की उम्मीद कर रही है।