किसान आंदोलन पर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का बड़ा बयान, कल गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे, नवजोत सिंह सिद्धू ने निशाना साधा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 27, 2021 07:27 PM2021-10-27T19:27:26+5:302021-10-27T19:28:38+5:30
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा, ‘‘मैं एक पार्टी का गठन कर रहा हूं। लेकिन मैं आपको अभी नाम नहीं बता सकता हूं। निर्वाचन आयोग से नाम और चुनाव चिह्न को मंजूरी मिलने के बाद ही मैं आपको इस बारे में बता पाऊंगा। निर्वाचन आयोग से मंजूरी मिलने की प्रतीक्षा करें।’’
चंडीगढ़ः पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बुधवार को कहा कि उन्होंने पार्टी के नाम और प्रतीक के लिए आवेदन किया है और निर्वाचन आयोग से मंजूरी मिलने के बाद वह इसकी घोषणा करेंगे।
सिंह ने पिछले सप्ताह कहा था कि वह जल्द ही अपनी नई पार्टी बनाएंगे और अगर तीन कृषि कानूनों को लेकर किसानों के हित में कुछ समाधान निकलता है तो वह भाजपा के साथ 2022 के चुनाव में सीटों के समझौते को लेकर आशान्वित हैं।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा है कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरुद्ध किसानों के वर्तमान आंदोलन के संभावित समाधान पर चर्चा करने के लिए वह बृहस्पतिवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे। सिंह ने कहा कि वह कुछ कृषि विशेषज्ञों के साथ शाह से मिलेंगे।
इसी बीच पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने पूर्व मुख्यमंत्री पर एक बार फिर निशाना साधा है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘ हम, कांग्रेस के 78 विधायक कभी इस बारे में सोच भी नहीं सकते कि हमें प्रवर्तन निदेशालय नियंत्रित, भाजपा का वफादार मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह था…जिसने खुद को बचाने के लिए पंजाब के हितों का सौदा कर लिया! आप पंजाब के न्याय और विकास को रोकने वाली नकारात्मक ताकत थे।’’
उन्होंने यहां मीडिया से कहा, ‘‘ कल मैं गृहमंत्री शाह से मिलने जा रहा हूं और मेरे साथ 25-30 लोग जायेंगे। ’’ उन्होंने यह भी कहा कि वह एक राजनीतिक दल शुरू करने की दहलीज पर हैं तथा जैसे ही चुनाव आयोग से नाम एवं निशान की मंजूरी मिल जाती है, वह दल की घोषणा कर देंगे।
सिंह ने कहा, ‘‘ मैं समझता हूं कि मैं समाधान तलाशने में मदद कर सकता हूं क्योंकि मैं पंजाब का मुख्यमंत्री रहा हूं एवं कृषक भी हूं। ’’ उन्होंने कहा कि वह किसानों के मुद्दों पर केंद्रीय गृहमंत्री से तीन बार मिल चुके हैं। उन्होंने कहा कि वैसे तो किसान आंदोलन के समाधान का पहले से तय फार्मूला नहीं हो सकता लेकिन बातचीत से कुछ निकलकर सामने आयेगा क्योंकि दोनों ही पक्ष - केंद्र सरकार एवं किसान - कृषि कानूनों से उत्पन्न संकट का हल चाहते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि इस मुद्दे पर उन्होंने किसी किसान नेता के साथ बैठक नहीं की है।
उन्होंने कहा कि मैने इस मामले में जानबूझकर दखलंदाजी नहीं की क्योंकि किसान नहीं चाहते हैं कि नेता इसमें शामिल हों। उन्होंने कहा कि किसान नेताओं की केंद्र के साथ चार बैठकें बेनतीजा रही हैं लेकिन अनौपचारिक वार्ता चल रही है। सिंह कह चुके हैं कि भारतीय जनता पार्टी के साथ सीटों का जो भी संभवित समझौता होगा वह किसानों के हित में उनके मुद्दों के हल पर आधारित होगा।