किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी की घोषणा, आठ अगस्त को करेंगी ज्ञानवापी महादेव का जलाभिषेक
By शिवेंद्र राय | Published: July 28, 2022 05:48 PM2022-07-28T17:48:50+5:302022-07-28T17:51:42+5:30
किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग का अभिषेक करने की बात कही है। उन्होने 8 अगस्त की तारीख भी निश्चित की है। हिमांगी सखी की इस घोषणा के बाद अब एक बार फिर से ज्ञानवापी विवाद बढ़ सकता है।
वाराणसी: बनारस में काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर विवाद जल्दी थमता नहीं दिख रहा है। अब किन्नरों की प्रथम महामंडेश्वर हिमांगी सखी भी ज्ञानवापी विवाद में कूद पड़ी हैं। किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने कहा कि सावन का महीना अर्धनारीश्वर देवाधिदेव महादेव का होता है। वह खुद भी अर्धनारीश्वर हैं इसलिए आने वाले 8 अगस्त को अपनी जबलपुर से दो दर्जन सखियों और साधु संतो के साथ बनारस प्रस्थान करेंगी। हिमांगी सखी ने कहा है कि वह ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग का अभिषेक कर के ही मानेंगी भले ही उनकी जान चली जाए। बता दें कि वाराणसी की एक अदालत के आदेश के बाद ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के सर्वे में एक शिवलिंग जैसी आकृति मिली थी। हिंदू पक्ष का कहना है कि यह प्राचीन विश्वेश्वर महादेव का शिवलिंग है जबकि मुस्लिम पक्ष इसे फव्वारा बताता है। फिलहाल इस मामले की सुनवाई वाराणसी की जिला अदालत में चल रहा है।
पशुपतिनाथ अखाड़े की किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी का कहना है कि जब मुस्लिमों को वजू करने की इजाजत है तो हम भी जलाभिषेक करेंगे। जबलपुर में हिमांगी सखी ने कहा कि हम सभी लोग बनारस के गंगाघाट से गंगाजल लेकर कांवड़-यात्रा के रूप में विश्वेश्वर ज्ञानवापी महादेव का जलाभिषेक करने जाएंगे। इस दौरान हमको प्रशासन ने रोकने का प्रयास किया, तो हम वहीं अनशन पर बैठ जाएंगे। कोई भी ताकत धार्मिक स्वतंत्रता के हमारे अधिकारों का हनन नहीं कर सकती।
मिल चुकी है जान से मारने की धमकी
यह पहली बार नहीं है जब किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने ज्ञानवापी परिसर में मिले शिवलिंग का अभिषेक करने की बात कही हो। इससे पहले हिमांगी सखी ने झांसी में ज्ञानवापी और मथुरा स्थित ईदगाह के बारे में एक पत्रकार वार्ता की थी। पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा था कि जितनी भी पुरानी मस्जिदें हैं, उनका आर्केलॉजिकल सर्वे कराया जाए। इसके साथ ही उन्होंने वाराणासी जाकर जलाभिषेक करने का एलान किया था। इसके बाद उन्हें जान से मारने की धमकी भी मिली थी। जान से मारने की धमकी मिलने पर अपने वृन्दावन प्रवास के दौरान हिमांगी सखी ने कहा था कि वह धमकियों से डरने वाली नहीं हैं। वह खुद एक अर्द्धनारीश्वर हैं और ज्ञानवापी जाकर दूसरे अर्द्धनारीश्वर की पूजा जरूर करेंगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि वह भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने की इजाजत के लिए अदालत में याचिका भी दायर करेंगी।