राहुल गांधी पर केशव प्रसाद मौर्य का व्यंग्य भरा ट्वीट, बोले- "वो माफी वीर हैं, ‘चौकीदार चोर है’ पर भी तीन बार बिना शर्त माफी मांग चुके हैं"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 26, 2023 11:34 AM2023-03-26T11:34:30+5:302023-03-26T11:38:22+5:30
केशव प्रसाद मौर्य ने आपराधिक मानहानि के केस में सजा पाने के बाद केरल के वायनाड से लोकसभा की सदस्यता खो चुके राहुल गांधी पर भारी तंज कसते हुए उन्हें माफी वीर बताया है।

फाइल फोटो
लखनऊ: योगी सरकार में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और आपराधिक मानहानि के केस में सजा पाने के बाद केरल के वायनाड से लोकसभा की सदस्यता खो चुके राहुल गांधी पर भारी तंज कसते हुए उन्हें माफी वीर बताया है और जमकर खिंचाई की है।
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में सिराथू विधानसभा सीट से चुनाव हारने के बावजूद योगी सरकार में डिप्टी सीएम के पद पर आसीन केशव प्रसाद मौर्य ने ट्विटर पर राहुल गांधी के खिलाफ व्यंग्य बाण चलाते हुए कहा, "माफ़ी वीर श्री राहुल गांधी जी का बतौर सांसद माफ़ी मांगने का रिकार्ड शानदार है। जन प्रतिनिधित्व अध्यादेश फाड़ने में माफ़ी के बाद राफ़ेल मामले में ‘चौकीदार चोर’ कहने पर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में तीन बार बिना शर्त माफ़ी मांगी थी।"
माफ़ी वीर श्री राहुल गांधी जी का बतौर सांसद माफ़ी मांगने का रिकार्ड शानदार है। जन प्रतिनिधित्व अध्यादेश फाड़ने में माफ़ी के बाद राफ़ेल मामले में ‘चौकीदार चोर’ कहने पर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में तीन बार बिना शर्त माफ़ी मांगी थी।
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) March 26, 2023
ट्वीट में केशव प्रसाद मौर्य एक दशक पहले राहुल गांधी द्वारा उस अध्यादेश को फाड़े जाने का जिक्र कर रहे हैं, जिसे अगर वो नहीं फाड़ते और मनमोहन सिंह सरकार द्वारा उसे पास कर दिया जाता तो शायद आज की तारीख में राहुल गांधी लोकसभा से दर-बदर होकर 'पूर्व' सांसद नहीं कहे जाते।
दरअसल साल 2013 में लिली थॉमस बनाम यूनियन ऑफ इंडिया मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सांसद/विधायक को राहत देने वाले कानून में लागू धारा 8 (4) को असंवैधानिक घोषित करके खारिज कर दिया था, जिसके तहत तीन माह की अवधि के लिए सांसद/विधायक का दोषसिद्ध एवं दंडा आदेश स्वत: स्थगित हो जाया करता था।
सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के खिलाफ तत्कालीन मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए-दो सरकार एक अध्यादेश लाकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलटने का प्रयास किया था और उस अध्यादेश को केंद्रीय कैबिनेट ने मंजूरी भी दे दी थी लेकिन राहुल गांधी ने मनमोहन सरकार के उस प्रस्तावित अध्यादेश की कॉपीको 'कम्पलीट नॉनसेंस' बताते हुए फाड़ दिया था।
वहीं केशव प्रसाद मौर्य के द्वारा राहुल गांधी को माफी वीर कहे जाने की बात करें तो साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने कई चुनावी रैलियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'चौकीदार चोर है' का संबोधन किया था। उस मामले में भी राहुल गांधी पर मानहानि का केस दर्ज किया गया था और उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में तीन बार माफीनामा पेश किया था।
उस घटना में राहुल गांधी द्वारा पेश किये गये तीसरे माफीनामे के चौथे पॉइंट में लिखा था कि वह बिना शर्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'चौकीदार चोर है' कहे जाने वाले गलत बयान के लिए माफी मांगते हैं।