'यह मुस्लिम तुष्टिकरण की घटिया राजनीति की शुरुआत', उमेश पाल हत्याकांड पर राम गोपाल यादव के बयान पर केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार किया
By शिवेंद्र राय | Published: March 8, 2023 05:24 PM2023-03-08T17:24:03+5:302023-03-08T17:25:54+5:30
प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड पर सियासी बयानबाजी जारी है। यूपी पुलिस की इस एनकाउंटर कार्रवाई पर समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने सनसनीखेज दावा किया था। गोपाल यादव ने कहा था कि अतीक अहमद के दोनो बेटे यूपी पुलिस की गिरफ्त में हैं और उनमे से एक की हत्या हो सकती है।

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य
लखनऊ: प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस और एसटीएफ ने कौंधियारा में हुई मुठभेड़ में बदमाश विजय उर्फ उस्मान चौधरी को ढेर कर दिया। इस मामले में यूपी पुलिस एक और आरोपी अरबाज को एनकाउंटर में मार चुकी है। यूपी पुलिस की इस एनकाउंटर कार्रवाई पर समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने सनसनीखेज दावा किया था।
नेता ने कहा था, "पिछली 24 फरवरी को प्रयागराज में पूर्व विधायक राजू पाल हत्याकांड के प्रमुख गवाह उमेश पाल और उसके दो सुरक्षाकर्मियों की हत्या के मामले में पुलिस को असल अपराधी नहीं मिले हैं। पुलिस पर दबाव है कि जो मिल जाए उसे मारो। जो पकड़ में आ जाएगा उसे मारेगें। अतीक अहमद के दोनों लड़कों को पहले ही दिन पुलिस ने पकड़ लिया था। उनमें से किसी एक की हत्या हो जाएगी एक-आध दिन में, आप सब देख लेना।"
अब राम गोपाल यादव के इस बयान पर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार किया है। केशव प्रसाद मौर्य ने सपा महासचिव के बयान को मुस्लिम तुष्टिकरण कहा है।
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, "प्रोफेसर राम गोपाल यादव जी के उमेश पाल और जवानों के हत्यारों के समर्थन में दिया गया बयान गैर जिम्मेदाराना है। सपा का असली चरित्र अपराधियों का संरक्षण और मनोबल बढ़ाने वाला है। यह मुस्लिम तुष्टिकरण की घटिया राजनीति शुरुआत है। मामले में पुलिस कार्रवाई प्रशंसनीय है उस पर सवाल उठाना गलत है।"
प्रोफ़ेसर राम गोपाल यादव जी के #उमेश_पाल_एवं_जवानों_के
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) March 7, 2023
हत्यारों के समर्थन में दिया गया बयान
ग़ैर ज़िम्मेदाराना,सपा का असली चरित्र अपराधियों का संरक्षण और मनोबल बढ़ाने वाला,
यह मुस्लिम तुष्टिकरण की घटिया राजनीति शुरुआत है,मामले में पुलिस कार्रवाई प्रशंसनीय,सवाल उठाना ग़लत है!
बता दें कि प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड पर सियासी बयानबाजी जारी है। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए थे। मायावती ने कहा था, "प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकाण्ड के बाद इस सम्बंध में काफी आपाधापी में अब तक की गई पुलिस कार्रवाई जो जनता के सामने आई है, उससे लोगों में यूपी में कानून के राज के प्रति भारी संदेह है कि क्या सरकार अपनी विफलताओं पर पर्दा डालने के लिए दूसरा ’विकास दूबे काण्ड’ करेगी? वैसे पुराने राजू पाल हत्याकाण्ड के गवाह उमेश पाल की दिन दहाड़े हुई हत्या को लेकर यूपी सरकार खासकर कानून व्यवस्था को लेकर काफी तनाव व दबाव में है, किन्तु पूरा देश देख रहा है कि क्या सरकार कानून द्वारा कानून के राज पर अमल करेगी या अपराधियों को सड़क पर समाप्त करके अपराध रोकेगी?"