केरल प्रोफेसर का विवादित बयान- जींस पहनने वाली महिलाएं पैदा करती हैं ट्रांसजेंडर बच्चे
By पल्लवी कुमारी | Published: April 4, 2018 03:34 PM2018-04-04T15:34:06+5:302018-04-05T10:35:43+5:30
केरल प्रोफेसर ने कहा है कि "अच्छा बच्चा" वही महिला जन्म दे सकती है, जिसने अपना नारीत्व नहीं खोया है। इससे पहले भी केरल के एक अन्य प्रोफेसर महिलाओं के पहनावे को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं।
केरल, 4 अप्रैल: 21वीं सदी में लोग यूं तो महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं लेकिन वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो औरतों पर विवादित टिप्पणी देने से बाज नहीं आते। देश के जाने-माने नेताओं ने कई बार बयान दिया है कि जींस पहनने वाली लड़कियों का ज्यादा रेप होता है। कोई कहता है महिलाओं का शराब पीना देश के लिए खतरा है। ये तो छोड़िए एक नेता ने तो यह तक कह डाला कि लड़कियों के ब्वॉयफ्रेंड बनाने से ज्यादा क्राइम उनके साथ होता है। आए दिन हमें ऐसे बयान सुनने को मिल जाते हैं। ताजा उदारहण जो हम आपको बताने जा रहें हैं, वह किसी नेता या आम आदमी ने नहीं बल्कि केरल के प्रोफेसर ने दिया है।
केरल के प्रोफेसर डॉक्टर रजित कुमार ने कहा है कि जो लड़कियां जींस पहनती हैं, वह ट्रांसजेंडर बच्चों को जन्म देती हैं। ये प्रोफेसर कोई आम कॉलेज के प्रोफेसर नहीं हैं, बल्कि केरल के सबसे शिक्षित लोगों में शुमार हैं। केरल के किसी भी शैक्षणिक कार्यक्रम में इनको बुलाया जाता है। राज्य सरकार इनसे शिक्षा के मामले में सलाह भी लेती है।
केरल के प्रोफेसर डॉक्टर रजित कुमार ने कहा है कि अगर एक महिला जींस पहनती है और लड़के जैसे रहती है तो वह ट्रांसजेंडर बच्चों को जन्म देती हैं। उन्होंने कहा जो महिला नारीत्व खोते जा रही हैं, और मर्दों की तरह व्यवहार करती हैं, उनके बच्चे ट्रांसजेंडर होते हैं। हालांकि यहां इन्होंने पुरुषों के बारे में भी यही बात कही हैं। उन्होंन कहा कि जो लड़के अपनी पुरुषार्थ खोते जा रहे हैं, ये बात उनपर भी लागू होती है। यानी अगर कॉलेज के प्रोफेसर के बयान का आकलन किया जाए तो जो खुले विचारों वाले लड़के और लड़कियों ट्रांसजेंडर बच्चों को जन्म देंगे।
इंडिया टूडे के मुताबिक प्रोफेसर ने कहा है कि एक अच्छा बच्चा वही महिला जन्म दे सकती है, जिसने अपनी नारीत्व नहीं खोई है और वह महिला की तरह ही व्यवहार करती हो।
इन्होंने यह भी कहा कि आज के वैसे युवा पीढ़ी जो समाज की मान्यताओं को नहीं मानते हैं और जो अपनी मनमर्जी की करते हैं, उनके बच्चे दिमागी तौर पर कमजोर होते हैं। उनमें ऑटिज्म नाम की एक दिमाग से जुड़ी बीमारी होती है।
बता दें कि केरल के शिक्षा मंत्री के के शैलाजा ने इस बात का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि हम इस बात का बिल्कुल सर्मथन नहीं करते हैं। प्रोफेसर रजीत कुमार को अब हम किसी भी राज्य सरकार से जुड़ी कार्यक्रम में नहीं बुलाएंगे। हम उन्हें बैन कर रहे हैं।
गौरतलब है कि पिछले महीने केरल के कोझिकोड के फारूक ट्रेनिंग कॉलेज के एक प्रोफेसर जौहर मुनव्वर ने कॉलेज की लड़कियों के पहनावे को लेकर विवादित टिप्पणी की है। प्रोफेसर ने कहा कि लड़कियां जान बूझकर अपना 'सीना' दिखाती हैं। प्रोफेसर ने एक बयान में मुस्लिम परिवारों को संबोधित करते हुए कहा कि लड़कियां आजकल जानकर अपना हिजाब ठीक से नहीं पहनतीं हैं और वह जानबूझकर अपना सीना दिखाती हैं, मानो कटे हुए तरबूज डिस्प्ले पर हों। उन्होंने कहा सीना महिलाओं के शरीर का एक ऐसा हिस्सा है जो मर्दों को आकर्षित करता है। इस्लाम इसे ढंककर रखने की बात करता है। जिसका कॉलेज की लड़कियों ने कड़ा विरोध भी किया है।