Coronavirus Lockdown: केरल ने बनाई पोस्ट लॉकडाउन योजना, मई तक कोई उड़ान नहीं, स्कूलों में होंगे सिर्फ एग्जाम
By निखिल वर्मा | Published: April 8, 2020 09:37 AM2020-04-08T09:37:34+5:302020-04-08T09:37:34+5:30
केरल में कोविड-19 के अब तक 336 मामले हैं, राज्य में अब तक 11,232 नमूनों का परीक्षण किया गया है. कोरोना वायरस से केरल में दो लोगों की मौत हो गई है जबकि 73 लोगों का सफल इलाज किया जा चुका है। इस बीच केरल सरकार ने लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से खत्म करने की योजना बनाई है.
केरल सरकार द्वारा गठित विशेषज्ञों की एक टास्क फोर्स ने 14 अप्रैल के बाद कोरोना वायरस लॉकडाउन उपायों के चरण-दर-चरण की छूट की सिफारिश की है, जो मई के मध्य तक जारी रहेगी। इस दौरान राज्य में कोविड-19 के नए संक्रमितों लोगों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। पूर्व मुख्य सचिव केएम अब्राहम के नेतृत्व में 17 सदस्यीय टास्क फोर्स ने सोमवार को मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को अपनी रिपोर्ट सौंपी है। इसमें सिफारिश की गई है कि राज्य में स्थिति सामान्य नहीं होने तक अंतराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय सीमाओं पर लोगों के आवाजाही पर रोक होनी चाहिए।
14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने पैनल ने चरणबद्ध तरीके से छूट देनी की सिफारिश की है। पहले चरण में उन जिलों को छूट मिलेगी जहां 7 अप्रैल से 13 अप्रैल तक एक से अधिक नए मामले सामने नहीं आए हैं। साथ ही होम क्वारंटाइन में रखे गए लोगों की संख्या में 10 फीसदी से ज्यादा इजाफा ना हो, इसके अलावा कोई हॉटस्पॉट भी ना हो। प्रत्येक चरण की निश्चित अवधि होगी।
दूसरे चरण में उन जिलों को शामिल किया जाएगा जहां समीक्षा के बाद पूरे समय में कोविड-19 के एक से ज्यादा मामले सामने नहीं आए हैं और होम क्वारंटाइन के तहत लोगों की संख्या 5 फीसदी से अधिक नहीं बढ़ी है। तीसरे चरण में उन जिलों को कवर करेगा जहां एक भी नया मामला सामने नहीं आया हो और उस अवधि के दौरान होम क्वारंटाइन में रखे गए लोगों की संख्या में 5 फीसदी से अधिक कमी देखी गई हो। तीनों चरणों में यह ध्यान रखा जाएगा कि किसी भी जिले में कोई हॉटस्पॉट ना हो।
इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार, मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि वे केंद्र को टास्क फोर्स की सिफारिशें सौंपेंगे। विजयन ने कहा, 'राज्य को 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन पर केंद्र सरकार के फैसले का इंतजार है। इसके बाद ही राज्य तय करेगा कि क्या इसमें कोई बदलाव की जरूरत है।'
पहले चरण में रेल सेवाएं रहेंगी स्थगित
रिपोर्ट के अनुसार पहले चरण में राज्य में एयरलाइन और रेल सेवाएं नहीं चलेंगी। केरल से बाहर के किसी भी व्यक्ति का प्रवेश राज्य में नहीं होगा। किसी भी व्यक्ति को फेस मास्क के बिना घर से बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी और वरिष्ठ नागरिकों को घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी। वाहन से यात्रा करने यात्रियों की संख्या पर अंकुश लगाया जाएगा।
इसके अलावा हर घर से कोई एक व्यक्ति ही जरूरी काम के लिए घर से तीन घंटे के लिए ही बाहर निकल पाएगा। सुपरमार्केट और मॉल, फिल्म थिएटर, बार, कॉन्फ्रेंस हॉल और बंद एयर कंडीशनिंग वाले होटल नहीं खुल सकते हैं। साथ ही सभी पूजा स्थल बंद रहेंगे। निजी वाहनों को छह दिनों के लिए ऑड-ईवन पैटर्न के आधार पर अनुमति दी जाएगी, जिसमें आवश्यक सेवाओं को छोड़कर रविवार को पूरी तरह लॉकडाउन रहेगा।
सामाजिक दूरी के नियमों का करना होगा पालन
दूसरे चरण में यात्रियों की संख्या पर प्रतिबंध के साथ छोटी दूरी की बस सेवाओं की अनुमति दी जा सकती है। मनरेगा और सभी सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को इस समय स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के साथ फिर से शुरू किया जा सकता है। तीसरे चरण में अंतर-जिला बस सेवा और आवश्यक घरेलू उड़ानें शुरू किया जाएगा लेकिन इसमें सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करना होगा।
विश्वविद्यालय और शैक्षणिक संस्थान केवल परीक्षा के संचालन के लिए खुलेंगे, जबकि मॉल और होटल संचालित हो सकते हैं लेकिन प्रतिबंधित प्रवेश के साथ। राज्य में स्थिति सामान्य होने तक अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध रहेगा। राज्य में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति को जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस विभाग से सहयोग करते हुए 14 दिन होम क्वारंटाइन में रहना होगा।