केरल की नन मरियम थ्रेसिया को आज वेटिकन सिटी में दी जाएगी संत की उपाधि, मदर टेरेसा से होती है तुलना
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 13, 2019 07:55 AM2019-10-13T07:55:44+5:302019-10-13T07:55:44+5:30
26 अप्रैल 1876 को केरल के त्रिशूर जिले में जन्मीं सिस्टर मरियम 50 साल की उम्र में 8 जून 1926 को दुनिया को छोड़ गई थीं। उनके निधन के 93 साल बाद पोप फ्रांसिस उन्हें संत की उपाधि देंगे।
वेटिकन सिटी में रविवार को आयोजित होने वाले कार्यक्रम में पोप फ्रांसिस सिस्टर मरियम थ्रेसिया को संत घोषित करेंगे। 26 अप्रैल 1876 को केरल के त्रिशूर जिले में जन्मीं सिस्टर मरियम 50 साल की उम्र में 8 जून 1926 को दुनिया को छोड़ गई थीं। उनके निधन के 93 साल बाद पोप फ्रांसिस उन्हें संत की उपाधि देंगे। मरियम थ्रेसिया की मानवता के लिए किए गए उल्लेखनीय कार्यों की वजह से उनकी तुलना मदर टेरेसा से की जाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में भी मरियम का जिक्र किया था।
शिष्टमंडल का नेतृत्व करेंगे मुरलीधरन
इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन करेंगे। विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी। इसके अनुसार मुरलीधरन सिस्टर मरियम थ्रेसिया को संत घोषित करने के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिये 12 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक वेटिकन सिटी की दो दिवसीय यात्रा करेंगे।
नन मरियम थ्रेसिया का सफरनामा
- सिस्टर मरियम थ्रेसिया का जन्म 26 अप्रैल 1876 को केरल के त्रिशूर में हुआ था।
- मई 1914 में उन्होंने त्रिशूर में ‘कांग्रीगेशन ऑफ द सिस्टर्स ऑफ द होली फैमिली’ की स्थापना की थी।
- आठ जून, 1926 को उनका निधन हो गया था।
- पोप जॉन पॉल द्वितीय ने नौ अप्रैल, 2000 को उन्हें ‘धन्य’ घोषित किया था।
- पिछले महीने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सिस्टर थ्रेसिया का उल्लेख किया था।
- उन्होंने कहा था कि यह हर भारतीय के लिये गौरव का विषय है कि आगामी 13 अक्टूबर को पोप फ्रांसिस उन्हें संत घोषित करेंगे।