केरल में 30 किलो सोना तस्करी मामले की जांच NIA करेगी, गृह मंत्रालय ने दिया आदेश
By स्वाति सिंह | Published: July 9, 2020 08:00 PM2020-07-09T20:00:23+5:302020-07-09T21:44:25+5:30
केरल में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं लेकिन फ़िलहाल केरल में सोने की तस्करी का एक मामला छाया हुआ है। सोने से प्रेम केरल वासियों का वैसे भी बहुत ख़ास रहा है।
नयी दिल्ली: गृह मंत्रालय ने केरल में तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से संबंधित सोना तस्करी के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को छानबीन करने की बृहस्पतिवार को इजाजत दे दी। अधिकारियों ने बताया कि जांच की इजाजत दे दी गयी है क्योंकि ‘इस घटना का राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर असर पड़ सकता है ।’ इस फैसले से एक दिन पहले ही केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राज्य की राजधानी के हवाई अड्डे पर ‘राजनयिक सामान’ से करोड़ों रुपये के सोने की जब्ती की ‘‘प्रभावी जांच के लिए दखल’’ की मांग की थी।
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘‘गृह मंत्रालय ने एनआईए को तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डा से संबंधित सोना तस्करी मामले में जांच की अनुमति दे दी है क्योंकि संगठित तस्करी से राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर असर पड़ सकता है । ’’ खाड़ी से हाल में तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एयर कार्गो द्वारा लाए गए ‘राजनयिक के सामान’ से 30 किलोग्राम सोना की जब्ती की गयी । सीमा शुल्क विभाग ने कहा है कि उसे संदेह है कि तस्करी के गिरोह ने राजनयिक छूट प्राप्त एक व्यक्ति के नाम का दुरुपयोग किया है । अधिकारियों ने बताया कि मामले में एक महिला समेत दो लोग वांछित हैं । दोनों संदिग्ध फरार हैं ।
क्या है पूरा मामला
केरल में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं लेकिन फ़िलहाल केरल में सोने की तस्करी का एक मामला छाया हुआ है। सोने से प्रेम केरल वासियों का वैसे भी बहुत ख़ास रहा है। रविवार को तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सीमा शुल्क अधिकारियों ने क़रीब 30 किलो सोना बरामद किया था। इसकी क़ीमत क़रीब 13.5 करोड़ बताई जा रही है। यह सोना डिप्लोमैटिक चैनल के ज़रिए राजनयिक बैग में रखकर लाया जा रहा था। लेकिन यह मामला इतना तूल पकड़ता जा रहा है कि इसने कोरोना संक्रमण से सबका ध्यान हटा दिया है।
जानें क्या है स्वप्ना सुरेश (Swapna Suresh)पर आरोप
इस मामले में गिरफ्तार पूर्व वाणिज्य दूतावास पीआर सारथ ने इस पूरे मामले में पूर्व यूएई वाणिज्य दूतावास स्वप्ना सुरेश का नाम लिया है। सीमा शुल्क के अधिकारियों के द्वारा पूछताछ में उसने बताया कि सोना को मंगाने के लिए वाणिज्य दूतावास की ओर से जाली दस्तावेज बनाए गए थे।
पीआर सारथ ने इस मामले में बताया कि पिछले महीने स्वप्ना सुरेश के आईटी विभाग में नियुक्ति के पीछे एम शिवशंकर थे। उन्हें फौरन स्पेस पार्क जैसे एक बेहद संवेदनशील प्रोजेक्ट में पोस्टिंग कर दी गई ताकि उनके खिलाफ अपराध शाखा के मामले को अनदेखा किया जा सके। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक कस्टम अधिकारियों ने स्वप्ना सुरेश के घर पर भी छापेमारी की है।
पीटीआई-भाषा ने नाम ना लिखते हुए जानकारी दी है कि 30 किलोग्राम से अधिक सोना जब्त किए जाने के संबंध में बाहर के एक देश के महावाणिज्य दूतावास के एक पूर्व कर्मी से पूछताछ की गई है। सीमा शुल्क के अधिकारियों ने रविवार (5 जुलाई) को कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एयर कार्गो के जरिए पहुंचे ‘‘राजनयिक सामान’’ में 30 किलोग्राम से अधिक सोना बरामद किया था। यह राजनयिक छूट का गलत इस्तेमाल कर किसी गिरोह द्वारा तस्करी की कोशिश का संदिग्ध मामला है।
सीमा शुल्क के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस बात की भी जांच की जा रही है कि माल को अनुमति देने के संबंध में अनधिकृत लोग कैसे जुड़े हो सकते हैं। सीमा शुल्क के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अपना नाम गोपनीय रखने की शर्त पर सोमवार (6 जुलाई) को 'पीटीआई भाषा' को बताया कि इस मामले में वाणिज्यदूतावास के किसी कर्मी की संभावित भूमिका होने की भी जांच की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है।