केरल में बाढ़ की वजह से हालात हुए खराब, मुन्नार में फंसे 50 पर्यटक
By भाषा | Published: August 10, 2018 06:09 PM2018-08-10T18:09:11+5:302018-08-10T18:09:11+5:30
केरल के पर्यटन मंत्री कदकम्पल्ली सुरेंद्रन ने कहा कि मुन्नार के पल्लीवासल में प्लम जुडी रिजॉर्ट के सभी पर्यटक सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सेना से सड़क को ठीक करने के लिए कहा है। अधिकारियों ने बताया कि पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने का निर्देश दिया गया है।
इडुक्की, 10 अगस्तःकेरल के इडुक्की जिले में मुन्नार स्थित रिजॉर्ट में 50 से ज्यादा पर्यटक पिछले दो दिनों से फंसे हुए हैं, जिनमें 24 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। भारी बारिश के चलते हुए भूस्खलन की चपेट में आने से रिजॉर्ट जाने वाली सड़क क्षतिग्रस्त हो चुकी है। अधिकारियों ने बताया कि विदेशी पर्यटकों में रूस, सऊदी अरब और ओमान समेत कई देशों के पर्यटक शामिल हैं।
केरल के पर्यटन मंत्री कदकम्पल्ली सुरेंद्रन ने कहा कि मुन्नार के पल्लीवासल में प्लम जुडी रिजॉर्ट के सभी पर्यटक सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सेना से सड़क को ठीक करने के लिए कहा है। अधिकारियों ने बताया कि पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने कहा कि रिजॉर्ट प्रबंधन से पर्यटकों को भोजन और सभी आवश्यक सुविधाएं मुफ्त में उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। केरल पर्यटन के निदेशक पी बाला किरण ने कहा, 'सड़क के ठीक हो जाने के बाद पर्यटकों को केरल पर्यटन विकास निगम (केटीडीसी) के होटलों में भेज दिया जाएगा।'
यह मामला तब प्रकाश में आया जब एक पर्यटक ने अपनी दुर्दशा का एक वीडियो बनाकर जारी किया, जिसे एक टेलीविजन चैनल ने प्रसारित किया। केरल में पिछले दो दिनों से भारी बारिश की वजह से कई जगहों पर भूस्खलन हुआ है और बाढ़ की समस्या उत्पन्न हो गई है, जिससे पूरे राज्य में जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
इधर, बारिश से बदहाल केरल में इडुक्की जलाशय से और अधिक पानी छोड़ने की संभावना के मद्देनजर इडुक्की और उसके नजदीकी जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। कई स्थानों पर सड़कों के धंसने के बाद जिले में पर्यटकों के प्रवेश को भी रोक दिया गया है। राज्य के उत्तरी जिलों में गुरुवार रात से सेना के पांच कॉलम की तैनाती की गई है। कोझिकोड और वायनाड़ में कई स्थानों पर फंसे लोगों को निकालने के लिए कई छोटे पुलों का निर्माण किया गया है।
पेरियार नदी में पानी के बढ़ते स्तर और कोच्चि के बैकवॉटर्स से घिरे वेलिंगडन द्वीप के हिस्सों के डूब में आने की आशंका को देखते हुए भारतीय नौसेना ने दक्षिण नौसेना कमान को अलर्ट पर रखा है। केरल में दक्षिण-पश्चिमी मानसून के कारण भारी बारिश हो रही है जिसके बाद आठ अगस्त से भूस्खलन और बाढ़ के कारण 26 लोगों की जान जा चुकी है।
इडुक्की जिला प्रशासन ने पहाड़ी क्षेत्रों में पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगा दी है, इसके अलावा भारी माल वाहनों को भी रोक दिया है। राज्य के पर्यटन मंत्री कडकमपल्ली सुरेंद्रन ने बताया कि बुधवार से मुन्नार के जूडी रिसॉर्ट में फंसे 30 पर्यटकों को बचाया गया। वे सुरक्षित हैं। जलस्तर बढ़ने के कारण राज्य के 24 बांधों के गेट खोल दिए गए हैं।
इडुक्की जलाशय के तीन शटर पहले ही खोले जा चुके थे। जलाशय के हिस्से चेरूथोनी बांध के दो और शटर शुक्रवार सुबह खोले गए। एक शटर तो, 26 वर्ष बाद कल खोला गया। सुबह मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने बाढ़ के हालात का जायजा लिया। सेना, नौसेना, वायुसेना, तटरक्षक बल और एनडीआरएफ राहत कार्य में जुटे हैं।
उन्होंने कहा कि बढ़ते जल स्तर को देखते हुए, जितना पानी छोड़ा जा रहा है, उससे तीन गुना अधिक पानी छोड़ने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने 12 अगस्त तक अपने सभी सार्वजनिक कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। वह राज्य की राजधानी से हालात पर नजर रखेंगे।
केंद्रीय मंत्री अल्फोंस कन्नामथानम ने कहा कि उन्होंने शुक्रवार सुबह गृह मंत्री राजनाथ सिंह से केरल में बाढ़ के हालात पर बात की। राहत एवं बचाव कार्य देख रहे डीएससी सेंटर के कमांडेंट कर्नल अजय शर्मा ने बताया कि कल रात से उत्तरी जिलों में सेना के पांच कॉलम की तैनाती की गई है। गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री से बात की थी और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया था।