Coronavirus Lockdown: केरल सरकार शराब की ऑनलाइन बिक्री के विकल्प पर कर रही है विचार, खुदकुशी के बढ़ रहे हैं मामले
By मनाली रस्तोगी | Published: March 30, 2020 11:57 AM2020-03-30T11:57:07+5:302020-03-30T11:57:07+5:30
राज्य में आत्महत्या के मामलों को बढ़ता देख मुख्यमंत्री पिनराई विजयन (Pinarayi Vijayan) ने आबकारी विभाग को निर्देश दिया है कि जिन लोगों के पास डॉक्टरों के पर्चे हैं, उन्हें शराब उपलब्ध कराई जाए। इसके साथ केरल सरकार ने वह नशामुक्ति केंद्रों में ऐसे में लोगों को भर्ती करवाए और उन्हें नि: शुल्क उपचार प्रदान करवाए।
कोरोना वायरस (Coronavirus) पूरे देश को अपनी गिरफ्त में ले चुका है। इस खतरनाक वायरस के कारण अभी तक कुल 1027 इससे संक्रमित हो चुके हैं, जबकि कोविड-19 (COVID-19) 27 लोगों की जान ले चुका है। इस बीच केरल के कई हिस्सों से सुसाइड मामले सामने आ रहे हैं। दरअसल, कोरोना की वजह से पूरा देश लॉकडाउन है, जिसकी वजह से राज्य में शराब की दुकानें भी बंद कर दी गई हैं। ऐसे में शराब न मिलने पर कुछ लोगों के आत्महत्या करने जैसी खबरें आई हैं।
ऐसे में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन (Pinarayi Vijayan) ने आबकारी विभाग को निर्देश दिया है कि जिन लोगों के पास डॉक्टरों के पर्चे हैं, उन्हें शराब उपलब्ध कराई जाए। इसके साथ केरल सरकार ने ऐसे लोगों को नशामुक्ति केंद्रों में भर्ती करवाने और उन्हें नि: शुल्क उपचार प्रदान करवाने की बात की है। सीएम विजयन ने ये भी कहा कि सरकार शराब की ऑनलाइन बिक्री के विकल्प पर भी विचार कर रही है क्योंकि शराब की अचानक अनुपलब्धता सामाजिक समस्याओं का कारण बन सकती है।
Kerala govt also has asked Excise Dept to provide free treatment to and admit people with withdrawal symptoms to de-addiction centers. CM had said that the govt is also considering option of online sale of liquor as the sudden unavailability of alcohol may lead to social problems https://t.co/yQjTXADNeM
— ANI (@ANI) March 30, 2020
आपको बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर हाल ही में केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने कर्नाटक-केरल प्रमुख राज्यमार्ग को लेकर पीएम मोदी से तत्काल हस्तक्षेप करने को कहा था। उन्होंने अपने पत्र में लिखा था कि ये मार्ग राज्य में जूरी सामानों के प्रवाह के लिए बेहद आवश्यक है। ऐसे में अगर ये मार्ग बाधित हो जाता है तो केरल में जरुरी सामान लाने वाले वाहनों को बेहद लंबे मार्ग का इस्तेमाल करना पड़ेगा।