पलटी किस्मत! 43 साल पहले 3500 शेयर खरीद कर भूला शख्स, अब इसकी कीमत 1448 करोड़ रुपये, जानें पूरा मामला
By विनीत कुमार | Published: September 27, 2021 02:04 PM2021-09-27T14:04:13+5:302021-09-27T14:16:13+5:30
केरल के रहने वाले बाबू जॉर्ज वालावी की किस्मत ने ऐसा खेल खेला है, जिसकी कहानी हर किसी को हैरान कर रही है। उन्होंने एक कंपनी के 3500 शेयर करीब 43 साल पहले खरीदे थे और अब इसकी कीमत करोड़ो रुपये है।
नई दिल्ली: किस्मत का खेल कई बार हैरान कर देता है। ऐसी ही कुछ केरल के एक शख्स बाबू जॉर्ज वालावी के साथ हुआ है। इन्होंने करीब 43 साल पहले 1978 में एक कंपनी में कुछ शेयर खरीदे थे। इसके बाद वे इसे भूल गए।
हाल के वर्षों में जब उन्हें इस बात की याद आई तो पता चला कि इन शेयरों की कीमत अब 1448 करोड़ रुपये हो गई है। कंपनी हालांकि इनके शेयर की रकम नहीं दे रही है और ऐसे में वे अपनी शिकायत लेकर सेबी के पास पहुंच गए हैं।
3500 शेयरों की कीमत करोड़ो रुपये, क्या है पूरा मामला
दरअसल 1978 में वालावी ने अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ मिलकर उदयपुर की कंपनी मेवार ऑयल एंड जनरल मिल्स लिमिटेड के 3500 शेयर खरीदे थे। उन्होंने तब 1970-80 में कंपनी के लिए डिस्ट्रिब्यूटर के तौर पर भी काम किया था।
यह तब एक अनलिस्टेड कंपनी थी। जॉर्ज वालावी 3500 शेयरों के साथ 2.8% स्टेक होल्डर बन गए। कंपनी के संस्थापक चेयरमैन पीपी सिंघल और जॉर्ज वालावी के दिवंगत भाई दोस्त थे। कंपनी अनलिस्टेड थी और कोई डिविडेंड नहीं दे रही थी। इस बीच जॉर्ज अपने इस निवेश के बारे में भूल गए।
इसके बाद 2015 में उन्हें इस निवेश को याद आई और पड़ताल करने पर हैरान करने वाली सच्चाई सामने आई।
कंपनी का नाम बदला, शेयर किसी और को बेचे गए
शेयरों के बारे में पता लगाने के दौरान जॉर्ज वालावी को ये जानकारी मिली कि कंपनी ने नाम बदलकर पीआई इंडस्ट्रीज कर लिया है और ये लिस्टेड कंपनी बन गई है।
इसके बाद उन्होंने अपने शेयर्स को डीमैट अकाउंट में बदलने के लिए एक एजेंसी से संपर्क किया। एजेंसी ने उन्हें कंपनी से संपर्क करने को कहा। बाबू जॉर्ज ने जब कंपनी से संपर्क किया तो उन्हें बताया गया कि अब वो कंपनी के हिस्सेदार नहीं है और उनके शेयर 1989 में किसी और को बेच दिए गए थे।
बाबू जॉर्ज का अब आरोप है कि पीआई इंडस्ट्रीज ने गैरकानूनी ढंग से उनके शेयर्स किसी और को बेच दिए। ऐसे में उन्होंने सेबी से मामले में जांच और हस्तक्षेप की गुहार लगाई है। अगर पिछले शेयरों को देखें तो अब पीआई इंडस्ट्रीज में जॉर्ड और उनके परिवार की मूल हिस्सेदारी 42.8 लाख शेयरों की है, जो कि मौजूदा बाजार मूल्यांकन पर 1,448 करोड़ रुपये होनी चाहिए।